आयुर्वेद में हर चीज़ की औषधि उपलब्ध है। कई सारी ऐसी बीमारियां है झा अच्छी अच्छी दवाइयां भी कुछ ख़ास असर नहीं दिखा पाती हैं। जब दवाइयां काम नहीं कर पाती तब घरेलु नुस्खे काम आते हैं।

आज हम आपको एक ऐसा घरेलु नुस्खा बताने जा रहे हैं जिसके एक नहीं अनेक फायदे हैं। इसका इस्तेमाल भी बेहद आसान है। घरेलु नुस्खों के को साइड इफेक्ट्स भी नहीं होते है इसलिए आप बिना किसी चिंता के इनका सेवन कर सकते हैं।

आज हम आपको लहसुन और शहद को साथ खाने के फायदे के बारे में बताएँगे। इसके लिए सबसे लहसुन को थोड़ा कूटना होगा। आपको लहसुन का पेस्ट नहीं बनाना केवल उसे हल्का सा दबा लेना है।

जिससे शहद अंदर तक जा सके। इस घरेलु नुस्खे के इतने फायदे हैं की इसका असर देखकर आप हैरान रह जायेंगे। अगर खाली पेट शहद में डूबा हुआ लहसुन खायेंगे तो यह दवा के रूप में काम करेगा।

शहद में डूबा हुआ लहसुन खाने के 7 फ़ायदे :

सर्दी-जुकाम में सहायक : शहद में डूबा लहसुन खाने से सर्दी-जुकाम की समस्या ख़त्म हो जाती हैं। इसको खाने से सर्दी-जुखाम के साथ ही साइनस की तकलीफ को कम कम करने में भी फायदा मिलता हैं। लहसुन शरीर की गर्मी को बढ़ाता है और बीमारियों को दूर रखता है।

प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए : यदि आप रोज़ शहद के साथ लहसुन खाएंगे तो इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद बढ़ जाएगी और आप जल्दी बीमार नहीं पड़ेंगे।

हार्ट अटैक और फेट गलाए : शहद और लहसुन रोज़ खाने से दिल के मरीजों को बेहद फायदा होता है। इससे दिल की धमनियों में से फैट पिघल जाता है और हार्ट अटैक का खतरा भी कम हो जाता है।

डायरिया में सहायक : शहद में डूबा लहसुन डायरिया में बहुत मददगार साबित होता हैं। अगर किसी को या फिर बच्‍चों को बार-बार डायरिया हो जाता है तो उन्‍हें ये मिश्रण खिलाएं। इससे उनका पाचन तंत्र दुरुस्‍त होने के साथ ही पेट का संक्रमण भी खत्‍म हो जाएगा।

डीटॉक्‍स के रूप में काम करता हैं : शहद में डूबा हुआ लहसुन एक प्राकृतिक डीटॉक्‍स मिश्रण है, जिसे खाने से शरीर से गंदगी और वेस्‍ट मैटेरियल बाहर निकल जाते हैं।

गले के इंफेक्‍शन में सहायक : शहद में डूबा हुआ लहसुन गले के इंफेक्‍शन में लाभदायक इसको खाने से गले का संक्रमण दूर होता है, क्‍योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी होता हैं जो गले की खराश और सूजन को कम करता है।

फंगल इंफेक्‍शन में सहायक : शहद में डूबा हुआ लहसुन फंगल इंफेक्‍शन से बचाता हैं फंगल इंफेक्‍शन, शरीर के कई भागों पर हमला करते हैं लेकिन एंटीबैक्‍टीरियल गुण होने के कारण यह बैक्‍टीरिया को खत्‍म कर शरीर को कमजोर होने से बचाता है।

इस बात का ध्यान रखना हैं की ज्यादा लहसुन का उपयोग हानिकारक हो सकता हैं इसलिए एक या दो कली ही खानी हैं उससे ज्यादा नहीं।