नमस्कार दोस्तों All Ayurvedic में आज हम आपको रात को सोते वक़्त नाभि में गाय का देशी घी या नीम के तेल, सरसों के तेल, बादाम के तेल, नारियल या जैतून के तेल आदि की सिर्फ़ 2 बूँद लगाने से जो 14 चमत्कारी फ़ायदे होंगे उसके बारे में बताएँगे। आप अपनी त्वचा को अच्छा बनाने के लिए और अपनी दर्दो के लिए और प्रज*नन के लिए पता नहीं क्या-क्या नुस्खे अपनाते होंगे और आप कई सारी दवाओं का उपयोग भी करते होंगे।

लेकिन आपको आश्चर्य होगा कि पेट की नाभि पर तेल की कुछ बूंदें लगाने से आपको कितना फायदा हो सकता है क्या आप जानते है यहाँ तेल रगड़ने से जोड़ों के दर्द, घुटने का दर्द, सर्दी, जुकाम, नाक बहने और त्वचा संबंधी परेशानियों से निजात मिल सकती है।

यहाँ हम आपको बतायेंगे की किस प्रकार आप अपनी नाभि इन तेलों को डाल कर दूर कर सकते हैं अपनी इन समस्याओ को जो आपके लिए मुश्किल भी नहीं हैं करना और जिसके द्वारा आपको इन चीजों से बहुत जल्दी आराम मिल जाएगा, तो चलिए जानते हैं कौन से है वो तेल जो करेंगे आपको रोग मुक्त।

नाभि में इन चीजों को लगाने के फायदे :

जोड़ो का दर्द करे सही :  फटे होंठ या जोड़ों का दर्द है अगर आप इन चीजों से परेशान है तो आपको ज़रूरत है सरसों के तेल की जिसके द्वारा आप अपनी इस समस्या से छुटकारा पा सकेंगे, अपने पेट की नाभि पर सरसों के तेल की कुछ बूंदें लगाएँ. हाँ यह आपको अजीब लग रहा होगा लेकिन ये प्राचीन औषधि बहुत फायदेमंद है।

सर्दी ज़ुकाम से राहत : क्या आपको सर्दी, जुकाम है, तो यह आपके लिए काफी फायदेमंद है, हममे से कुछ लोग ऐसे होते है जिन्हें बारो मॉस ज़ुकाम की शिकायत रहती है तो आपको बस इतना करना है की रुई के फ़ोहे को एल्को*हल में डुबोए और पेट की नाभि पर लगाएँ, बस हो गया। ये सर्दी और जुकाम की अचूक दवा है इससे आपका पुरान से पुराने ज़ुकाम ठीक हो जाएगा।

मासिक धर्म : लडकियों को मासिक धर्म में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं इन दिनों बहुत सारे होर्मोनेल चेंजेस भी होते है  जिसके कारण ना उनका मूड ठीक रहता हैं और उनका स्वस्थ्य लेकिन अगर आप मासिक धर्म होने वाली इन सम्सायो से बचना चाहती है तो रुई के फ़ोहे को ब्रां*डी में भिगोएँ और इसे पेट की नाभि पर रखें, इससे आपको इन चीजों से मुक्ति मिलेगी।

मुहासे के लिए : लड़का हो फिर चाहे लड़की हो हर कोई मुहासे की समस्या से परेशान रहता हैं अगर आप भी इसी समस्या से परेशान हैं और कोई भी उपाय काम नहीं आ रहा हैं तो नीम के तेल की कुछ बूंदें पेट के बीच में डालकर और आस-पास मसाज करने से आपके कील-मुहाँसे ठीक हो सकते हैं, और आपकी त्वचा बेदाग़ वा सुंदर हो जायेगी।

चेहरे पर निखार : अगर आपका चेहरा दागरहित वा सुंदर हो तो क्या कहने ऐसा कहा जाता है कि बादाम के तेल की कुछ बूंदें पेट की नाभि पर लगाने से चेहरे पर निखार आता है और आपकी रंगत भी अच्छी होती हैं।

प्रज*नन क्षमता : नारियल या जैतून के तेल की कुछ बूंदें नाभि पर लगाएँ और धीरे-धीरे मसाज करें. इससे प्रज*नन क्षमता बढ़ती है और आपकी प्रज*नन से रिलेटेड समस्याए भी खत्म होती हैं।

मुलायम त्वचा : हर किसी को बेबी सॉफ्ट त्वचा चाहिए क्या आपको स्वस्थ और मुलायम त्वचा चाहिए अगर हां  तो आपको बस गाय का घी नाभि पर लगाना होगा और आप भी पा सकेंगे बेबी सॉफ्ट त्वचा।

मनुष्य के शरीर में हर बॉडी पार्ट्स का कनेक्शन नाभि से जुड़ा हुआ होता है। नाभि में रोज चुटकी भर घी की दो बूंदे लगाना ही हमें कई बीमारियों से बचाने के लिए पर्याप्त होता है। इस नेचुरल थैरेपी से कई हेल्थ प्रॉब्लम को ठीक किया जा सकता हैं। साथ ही यह खूबसूरती को बढ़ाने में भी फायदेमंद होता है।

तो आइये जाने हेल्थकेयर एक्सपर्ट्स के अनुसार नाभि में घी की दो बूंदे लगाकर हल्की मालिश करने से होने वाले 7 फायदों के बारे में

स्किन : इसे नाभि में लगाने से स्किन में नमी बनी रहती है जिससे फेयरनेस बढती है।

चेहरे ही चमक : इससे स्किन की ड्राईनेस दूर होती होती है और चेहरे ही चमक बढती है।

बालों का झड़ना : इससे बालों का झड़ना रुकता है और बालों किस शाइनिंग बढती है।

घुटनों का दर्द : यह घुटनों का दर्द दूर करने में फ़ायदेमंद है और जॉइंट पैन से बचाता है।

पिम्पल्स और दाग-धब्बे : इससे चेहरे के पिम्पल्स ठीक होते है और दाग-धब्बे दूर होते है।

कटे-फटे होंठ : नाभि में घी लगाने से कटे-फटे होंठ नही ठीक हो जाते है।

कब्ज : इससे पेट की प्रॉब्लम दूर होती है और कब्ज से बचाव होता है।

नाभि थेरेपी | नाभि चिकित्सा | Navel Therapy | Nabhi Chikitsa | Panchkarma

नमस्कार दोस्तों आप सभी का All Ayurvedic एक बार फिर से स्वागत है, नाभि में 72000 नाड़िया जुड़ी है इसीलिए नाभि शरीर का केंद्र होती है नाभि थैरेपी से कई रोगों को ठीक किया जा सकता है जैसे जोड़ो और घुटनों का दर्द, गठिया को, पेट के सभी रोगो को, चेहरे की चमक और सौंदर्यीकरण बढ़ती है। नाभि से ही माँ के गर्भ में पल रहे 9 महीने तक बच्चे का पालन-पोषण होता है। इस लिए जिसने नाभि को शुध्द रखा वो कई रोगों से दूर रहता है।

अक्सर आपने महसूस किया होगा या सुना होगा कि नाभि अपने स्थान से हट जाती है तो शरीर में कई दिक्कतें आने लगती है जैसे पेट के रोग, मुह में लार सुखना और भूख नही लगना, कमजोरी आना आदि। क्योंकि अगर नाभि में कोई दिक्कत आती है तो 72000 नाड़िया भी प्रभावित होती है जो शरीर के प्रत्येक अंग से जुड़ी है। आज हम आपको All Ayurvedic के माध्यम से नाभि थेरेपी (Navel Therapy) के बारे में बताएंगे।

अगर आप रीढ़ की शारीरिक बनावट के बारे में जानते हैं, तो आप जानते होंगे कि रीढ़ के दोनों ओर दो छिद्र होते हैं, जो वाहक नली की तरह होते हैं, जिनसे होकर सभी धमनियां गुजरती हैं। ये इड़ा और पिंगला, यानी बायीं और दाहिनी नाड़ियां हैं।

शरीर के ऊर्जा‌-कोष में, जिसे प्राणमयकोष कहा जाता है, 72,000 नाड़ियां होती हैं। ये 72,000 नाड़ियां तीन मुख्य नाड़ियों- बाईं, दाहिनी और मध्य यानी इड़ा, पिंगला और सुषुम्ना से निकलती हैं। ‘नाड़ी’ का मतलब धमनी या नस नहीं है। नाड़ियां शरीर में उस मार्ग या माध्यम की तरह होती हैं जिनसे प्राण का संचार होता है।

इन 72,000 नाड़ियों का कोई भौतिक रूप नहीं होता। यानी अगर आप शरीर को काट कर इन्हें देखने की कोशिश करें तो आप उन्हें नहीं खोज सकते। लेकिन जैसे-जैसे आप अधिक सजग होते हैं, आप देख सकते हैं कि ऊर्जा की गति अनियमित नहीं है, वह तय रास्तों से गुजर रही है। प्राण या ऊर्जा 72,000 अलग-अलग रास्तों से होकर गुजरती है।

आज हम बताएंगे पेट से जुड़ी हर समस्या का समाधान, दोस्तों यदि आप नाभि के ऊपर दो बूंद किसी भी तेल या घी की लगाते हैं, तो आपके पेट से जुड़ी हर दुख, तकलीफ जड़ से खत्म हो जाएगी यह कुछ इस तरह से काम करता है, कि नाभि के द्वारा दी गई दवा शरीर के अंग तक जाती है जिससे शरीर को काफी फायदा मिलता है, यदि आप तेल की जगह किसी दवा का प्रयोग करते हैं तो वह है सीधे ही पेट पर असर करती हैं तो आइए जानते हैं नाभि पर तेल लगाने अर्थात नाभि थेरेपी से होने वाले फायदे के बारे में…

नाभि थेरेपी कैसे करे | Navel Therapy | Nabhi Chikitsa | Panchkarma 

नाभि पर आप किसी भी तेल का उपयोग कर सकते हैं जैसे कि सरसों का तेल, जैतून का तेल या नारियल का तेल आदि लगाने के लिए आपको दो बूंद रात को सोने से पहले नाभि के गड्ढे में दो या चार बूंदें डालकर हल्के हाथ से मालिश कर सकते हैं या फिर उड़द के आटे की दीवार बनाकर नाभि में तेल भरकर आधे घंटे के लिए उड़द के आटे की दीवार को लगा सकते हैं।

नाभि थेरेपी के फायदे | Navel Therapy Benefits

1. नाभि पर तेल लगाने से अच्छी नींद आती है और पेट दर्द सिर दर्द आदि की शिकायत भी दूर हो जाती है|

2. त्वचा खूबसूरत वे मुलायम हो जाती है नाभि पर दो बूंद तेल लगाने से चेहरे की चमक भी बढ़ने लग जाती है|

3. जोड़ों में होने वाले हर प्रकार के दर्द का को खत्म कर देता है।

4. स्त्रियों के मासिक धर्म से होने वाले दर्द को भी कम कर देता है।

5. बालों के झड़ने की समस्या से भी छुटकारा मिल जाता है।

क्या होता है? जब नाभि पर 2 घंटे के लिए आँवले का चूर्ण अदरक के रस में मिलाकर बाँध दिया जाता है

क्या होता है? जब नाभि पर 2 घंटे के लिए आँवले का चूर्ण अदरक के रस में मिलाकर बाँध दिया जाता है, अगर पेट से सम्बंधित कोई भी विकार हो उन सभी रोगों में रामबाण उपाय बताने जा रहे है। मरीज को सीधा (चित्त) सुलाकर उसकी नाभि के चारों ओर सूखे आँवले का आटा बनाकर उसमें अदरक का रस मिलाकर बाँध दें एवं उसे दो घण्टे चित्त ही सुलाकर रखें। दिन में दो बार यह प्रयोग करने से नाभि अपने स्थान पर आ जाती है तथा दस्त और सभी पेट के विकारों आदि उपद्रव शांत हो जाते हैं।

नाभि खिसक जाने पर व्यक्ति को मूँगदाल की खिचड़ी के सिवाय कुछ न दें। दिन में एक-दो बार अदरक का 2 से 5 मिलिलीटर रस पिलाने से लाभ होता है।

नाभि थेरेपी | Nabhi Therapy

आप अपनी त्वचा को अच्छा बनाने के लिए और अपनी दर्दो के लिए और प्रजनन के लिए पता नहीं क्या-क्या नुस्खे अपनाते होंगे और आप कई साड़ी दवाओं का उपयोग भी करते होंगे  लेकिन आपको आश्चर्य होगा कि पेट की नाभि पर तेल की कुछ बूंदें लगाने से आपको कितना फायदा हो सकता है क्या आप जानते है यहाँ तेल रगड़ने से जोड़ों के दर्द, घुटने का दर्द, सर्दी, जुकाम, नाक बहने और त्वचा संबंधी परेशानियों से निजात मिल सकती है।

यहाँ हम आपको बतायेंगे की किस प्रकार आप अपन नाभि इन तेलों को डाल कर दूर कर सकते हैं अपनी इन समस्याओ को जो आपके लिए मुश्किल भी नहीं हैं करना और जिसके द्वारा आपको इन चीजों से बहुत जल्दी आराम मिल जाएगा, तो चलिए जानते हैं कौन से है वो तेल जो करेंगे आपको रोग मुक्त।