खजूर खाने से बहुत से रोगों की रोकथाम होती है, यह एक बहुत लाभकारी फल है। खजूर शरीर की सात धातुओं को पुष्टि करके शरीर को फौलाद की तरह बनाने में सक्षम होता है। खजूर न केवल खाने में स्वादिष्ट होता है बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद है।

खजूर आज का सबसे प्राचीन खाद्यों पदार्थो में से माना जाता है और आयुर्वेद म भी एक कई गुणों और फायदों के वर्णन है। एक बात का विशेष ध्यान रखे की इससे सीमित मात्रा में खाने से कई फायदे होते है लेकिन ज्यादा खाने से सेहत को नुकसान भी हो सकता है।

खजूर के फायदे | Dates Benefits 

 

कब्ज़ में स्थाई आराम : कब्ज़ का मुख्य कारण होता है आँत में खुश्की होना और खजूर आँतों की खुश्की को पूरी तरह से खत्म करता है । खजूर के द्वारा कब्ज़ को पूरी तरह खत्म करने के लिये रोज सुबह दो-तीन खजूर को एक कटोरी ताजे पानी में डुबोकर रख दीजिये और रात होने तक रखा रहने दीजिये । रात को सोते समय इन खजूरों को खूब चबा चबा कर खा लीजिये । यह प्रयोग 7-15 दिनों तक लगातार कीजिये ।

वजन बढ़ानें में लाभकारी : खजूर में सभी पोषक तत्व तो पाये ही जाते हैं इसके अतिरिक्त यह कैलोरी और ग्लुकोज़ का भी बहुत अच्छा स्रोत है जिस कारण से यह दुबले-पतले लोगों में वजन बढ़ाने का काम कर सकता है । वजन बढ़ाने का लाभ उठाने के लिये14 साल से अधिक उम्र के लोग रोज पूरे दिन में 10-12 खजूर खूब चबा चबा कर खायें ।

ऊर्जा देता है : खजूर में शरीर को तुरंत ऊर्जा देने की प्राकृतिक शक्ति होती है क्योंकि इसमें शुगर अधिक मात्रा में पायी जाती है । यह शुगर ग्लुकोज़ और फ्रक्टोज़ दोनों ही रूप में उप्लब्ध होती है । इस कारण से जब भी शरीर को अधिक ऊर्जा की जरूरत हो तो 2-3 खजूर खाकर ऊर्जा प्राप्त की जा सकती है। 

नाड़ीतंत्र को मजबूत करे : शरीर का नाड़ीतंत्र सबसे ज्यादा उलझे हुये तंत्रों में माना जाता है । सम्पूर्ण शरीरेंद्रियों का मस्तिष्क के साथ सम्पर्क मुख्यतः नाड़ीतंत्र के द्वारा ही सम्भव हो पाता है । खजूर नाड़ीतंत्र का परम मित्र सिद्ध होता है । खजूर में उपलब्ध पोटाशियम नाड़ीतंत्र के लिये बहुत जरूरी होता है । साथ ही साथ यह रक्त्चाप को नियमित रखता है और हृदय को भी मजबूत करता है ।

खून की कमी दूर करे : खजूर में शरीर के लिये लाभकारी और शरीर द्वारा आसानी से स्वीकार किया जाने वाला ऑयरन तत्व पाया जाता है । अतः खून की कमी से परेशान लोगों के लिये खजूर वास्तव में किसी वरदान से कम नही है । रक्ताल्प्तता के रोगियों के लिये रोज दो बार 2-2खजूर खाना पर्याप्त होता है ।

मर्दाना ताकत : प्रतिदिन खजूर खाने और साथ में दूध पीने से शरीर को भरपूर शक्ति मिलती है । खजूर के सेवन से मर्दाना ताकत में वृद्धि होती है ।

शरीर में शक्ति : दो खजूर को दूध में उबालकर खाने से और साथ में वही दूध पीने से शरीर में शक्ति का संचार होता है।

हृदय रोग : हृदय रोगी यदि 4-5 खजूर रोज खायें तो यह उनकी रक्तवाहीनियों में रक्त का संचार सरल होता है जिससे रक्तसंचार के अवरोध होने से हृदय रोग की भावना नष्ट होती है। 

कमर का दर्द : 2 खजूर को जल में उबाल कर, उसमें 2-3 ग्राम मेथी दाना का चूर्ण मिलाकर रोज खाने से महिलाओं का कमर का दर्द जल्दी ही ठीक हो जाता है ।

नजला : खजूर को काली मिर्च के चूर्ण के साथ दूध में उबाल कर पीने से पुराना सूखा नजला ठीक होता है ।

सूखी खाँसी : खजूर, मिश्री, मक्खन मिलाकर गरम दूध के साथ खाने से सूखी खाँसी ठीक होती है ।

लीवर और तिल्ली : पाँच-सात खजूर रात भर पानी में भिगोकर सुबह उनकी गुठली निकालकर, गूदे को शहद के साथ खाने से लीवर और तिल्ली बढ़ने के रोग खत्म होते हैं ।

 

विशेष नोट : 

खजूर बहुत ही मीठा होता है जिस कारण से यह शरीर में खून की शुगर के स्तर को एक दम से बढ़ाता है । अतः मधुमेह के रोगियों को खजूर का सेवन नही करना चाहिये। ऐसे रोगी यदि खजूर खाना ही चाहते हैं तो पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर करें।