कमर दर्द | Back Pain | Kamar Dard

  • आज की भाग दौड़ भरी जीवन शैली के चलते आज अधिकतर लोग कमर दर्द की समस्या से जूझ रहे है| ज्यादा देर कम्प्यूटर के सामने बैठे या फिर एक ही पोस्चर में बैठने से कमर में दर्द होने लगता है। आज हम आपको बता रहे है कमर दर्द से राहत पाने के कुछ घरेलू उपाय जो आपकी काफी मदद करेंगे।
  • आधुनिक जीवनशैली पर चलने वाला हर एक व्यक्ति आज किसी न किसी शारीरिक या मानसिक बीमारी से ग्रस्त है। इन सामान्य दिखने वाली बेहद घातक बीमारियों में से ही एक है कमर दर्द। अगर आप कमर दर्द से परेशान हैं तो इससे बचने के लिए आप के सामने प्रस्तुत हैं कुछ रामबाण नुस्खे जो कि बहुत कारगर तो हैं ही साथ ही इनका कोई भी साइड इफेक्ट भी नहीं होता है।

कमर दर्द होने का 5 प्रमुख कारण

  1. शरीर में वजन का बढ़ना : अगर आपके शरीर का वजन बढ़ गया है तो आपको कमर दर्द की समस्या हो जाती है क्योंकि जब आपके शरीर का वजन बढ़ता है तो इसका आधे से ज्यादा भार आपकी कमर पर होता है।
  2. भारी वजन उठाना : भारी वजन उठाने पर भी ये समस्या पैदा हो सकती है. इसलिए आपके पास जितना वजन उठाने की क्षमता है उतना ही उठाएं।
  3. गलत तरीके से सोना : जब कभी आप सोते वक्त ऐसी पोजीशन में आ जाती हैं जो आपके शरीर के उल्टी दिशा में होता है. सोने का यह गलत तरिका आपको कमर दर्द की समस्या से पीड़ित कर सकती है।
  4. गलत तरीके से उठना, झुकना और बैठना : आप रोजमर्जा के जीवन में आप कैसे काम करती हैं, आप कैसे उठती हैं, बैठती हैं या झुकती हैं. आपको बता दें कि इन तीनों क्रियाओं को करने पर लापरवाही आपके लिए कमर दर्द का कारण बनती है।
  5. मांसपेशियों में खिचाव : कभी कभी आप कोई ऐसा काम करती हैं जिसे सामान्य तौर पर आप हमेशा नहीं करती हैं. कईबार तो ऐसा होता है कि पस किसी काम को बहुत ही जल्दबाजी में करते हैं और ऐसा करते समय कभी कभी हमारी मासपेशियां खिंच जाती है. मासपेशियों में होने वाला यही खिंचाव हमारे कमर दर्द का कारण बनता है।

महत्त्वपूर्ण सावधानियाँ : नीचे लिखी बातों का भी जरुर ध्यान रखें

  1. नियमित रूप से पैदल चलें। यह सर्वोत्तम व्यायाम है।
  2. अधिक समय तक स्टूल या कुर्सी पर झुककर न बैठें।
  3. शारीरिक श्रम से जी न चुराएँ। शारीरिक श्रम से मांसपेशियां पुष्ट होती हैं।
  4. एक सी मुद्रा में न तो अधिक देर तक बैठे रहें और न ही खड़े रहें।
  5. किसी भी सामान को उठाने या रखने में जल्दबाजी न करें।
  6. भारी सामान को उठाकर रखने की बजाय धकेल कर रखना चाहिए।
  7. ऊंची एड़ी के जूते-चप्पल के बजाय साधारण जूते-चप्पल पहनें।
  8. सीढिय़ां चढ़ते-उतरते समय सावधानी बरतें।
  9. कुर्सी पर बैठते समय पैर सीधे रखें न कि एक पर एक चढ़ाकर।
  10. अधिक ऊंचा या मोटा तकिया न लगाएं। साधारण तकिए का इस्तेमाल बेहतर होता है।
चक्रासन योग

कमर दर्द के लिए घरेलू उपाय :

  1. अजवायन : अजवायन आपके लिए बहुत असरदार दवा है। अगर आपकी कमर का दर्द खत्म नहीं हो रहा है तो आपको अजवायन का सेवन करना चाहिए। आप आधी चम्मच अजवाइन को पहले तवे पर हल्का गर्म करले बाद में ठंडा होने पर इसका सेवन करें। इसको धीरे-धीरे चबा चबा कर खा जाए और ऊपर से हल्का गुनगुना 1 गिलास पानी पी जाएँ। यह प्रयोग लगातार सात दिन तक करने से सौ-प्रतिशत कमर दर्द में फ़ायदा पहुँचाता है।
  2. पानी से सेक करें : कमर दर्द से राहत पाने के लिए पानी की सिकाई करना न भूलें। हल्के गर्म पानी से ही कमर में सेक करें। बहुत आराम मिलेगा।
  3. एक्सरसाइज या मॉर्निंगवॉक करें : मॉर्निंग वॉक करने से अनेको हेल्थ संबंधी प्रोब्लम्स से राहत मिलती है| बीमारियों से बचने के लिए 2 मील सैर अवश्य करें। मॉर्निंग वॉक करने से कमर दर्द में आराम मिलेगा|
  4. सरसों का तेल लगाएं : लहसुन की तीन-चार कलियां सरसों के हल्के गर्म तेल में मिला लें | जब तेल ठंडा हो जाए तो उससे कमर पर लगाएं। बहुत फायदा मिलेगा|
  5. कैल्शियमयुक्तआहार खाएं : कमर के दर्द से छुटकारा पाने के लिए कैल्शियम युक्त आहार अवश्य लें। कैल्शियम का सेवन करने से कमर दर्द बहुत जल्द ठीक हो जाएगा और दर्द से राहत मिलेगी।
  6. गरम सेंक : जहां दर्द होता होता है हो वहाँ 5 मिनट तक गरम सेंक और दो मिनट ठंडा सेंक देने से तत्काल लाभ पहुंचता है।
  7. लंबी सैर : सुबह सूर्योदय के समय 2-3 मील लंबी सैर पर जाने वालों को कमर दर्द की शिकायत कभी नहीं होगी।
  8. मारजारी आसन : कमर दर्द की समस्या से निपटने के लिए एक योग सुझाया जाता है। इसे मारजारी आसन कहते हैं। मारजारी आसन उन लोगों को जरूर करना चाहिए जो कम्प्यूटर पर बैठकर घंटों काम करते हैं। यह भी पढ़े : मारजारी या मार्जारी आसन विधि (Marjariasana Steps) 
  9. चक्रासन : नियमित रूप से चक्रासन करें, इससे कमर दर्द बहुत जल्द ठीक हो जाएगा और दर्द से राहत मिलेगी। चक्रासन करने की विधि :  1. चक्रासन करने के लिए सबसे पहले एक साफ, शांत और समतल स्थान पर दरी या चटाई बिछा लें. 2. इसके बाद दरी या चटाई पर पीठ के बल पर लेट जाएँ. जमीन पर पीठ के बल लेटने की इस अवस्था को शवासन के नाम से भी जाना जाता हैं. 3.अब अपने दोनों पैरों को मोड़ लें और अपने पैरों की एडियों को अपने नितम्भों के पास ले जाने की कोशिश करें. 4. अब अपने घुटनों को धीरे – धीरे खड़ा करने का प्रयास करें और पैर के तलवों को जमीन पर अच्छी तरह से जमा लें. जिससे आपके शरीर का संतुलन न बिगड़े. 5. इस आसन को करते समय आपके दोनों पैरों के बीच कम से कम एक या डेढ़ फूट की दूरी होनी चाहिए. 6. अब अपने दोनों हाथों की हथेलियों को अपने सिर के दोनों ओर जमा लें. 7. इसके बाद अपने शरीर को को थोडा ढीला छोड़ दें और एक गहरी सांस लें. 8. अब अपनी कमर को जमीन पर से धीरे – धीरे ऊपर की ओर उठायें और शरीर को चक्र के सामान गोल बनाने की कोशिश करें. 9. जब आप चक्रासन करने में समर्थ हो जाए तो चक्रासन की स्थिति में कम से कम 15 या 20 सेकंड तक अवश्य रुके, इसके बाद धीरे – धीरे जमीन की ओर अपनी कमर ले जाएँ और शवासन की अवस्था में आ जाएँ और शरीर को थोडा आराम दें।