दिनभर बैठे रहने से कमर का दर्द बढ़ने लगता हैं, और वो दर्द आगे बढ़कर कमर का दर्द इतना ज्यादा दर्दनाक होता हैं की हम ठीक से बैठ भी नहीं सकते. पर क्या आप जानते है कमर दर्द भी तरह तरह के होते हैं. कमर दर्द कभी-कभी इतना ज्यादा भयंकर रूप ले लेता है कि रोगी तड़प उठता है। कमरदर्द इंसान के लिए उस वक़्त बैठना-उठना और यहां तक कि बिस्तर में करवट भी बदलना बहुत ज्यादा मुस्किल हो जाता है। अगर आपको भी कमर दर्द होता हैं तो ये कुछ खास उपाए आपके लिए…

कमर दर्द की समस्या में इन बातो का ध्यान रखे :

  • कोई भी चीज नीचे रखी हो तो उसे उठाते वक्त पहले अपने घुटने मोड दीजिये फ़िर उस वस्तु को उठाएं।
  • सख्त बिछोने पर ही सोयें, औंधे मुंह पेट के बल सोना आपके लिए बेहद ही हानिकारक हो सकता है।

कमर दर्द की समस्या से निजात पाने के घरेलु उपाय :

  1. दालचीनी : 2 ग्राम दालचीनी का पावडर लेकर एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर दिन में दो बार लेते रहने से कमरदर्द में एकदम शांति मिलती है।
  2. गरम वस्तुएं : अगर कमर दर्द पुराना हो तो शरीर को गर्म रखें और गरम वस्तुएं ज्यादा खाए तो आपके लिए ज्यादा अच्छा होगा।
  3. लहसुन : भोजन के अंदर पर्याप्त मात्रा में लहसुन का उपयोग करे। लहसुन कमर दर्द का एक अच्छा उपचार माना गया है।
  4. गूगल : गूगल कमर दर्द में अति उपयोगी घरेलू चिकित्सा है इसीलिए आधा चम्मच गूगल गरम पानी के साथ हमें हररोज सुबह-शाम सेवन करना चाहिए।
  5. कालीमिर्च और लौंग : चाय बनाने में 4 कालीमिर्च के दाने डाले साथ ही में 2 लौंग पीसकर और थौडा सा सूखे अदरक का पावडर भी मिलाए, अब दिन मे दो बार इस चाय को पीते रहने से कमर दर्द में एकदम लाभ होता है।

कमरदर्द (Back Pain) :

  • वर्तमान समय में कमर दर्द एक आम समस्या है। यह समस्या अकसर सामान्य और तीव्र दो रूपों में देखी जाती है। सामान्य कमर दर्द अकसर कम होता है और इसमें रोगी चल-फिर लेता है लेकिन फिर भी कभी कभी यह बड़ी समस्या का कारण बन सकता है। इससे छुटकारा पाने का सबसे आसान उपाय है मार्जारी आसन, जिसे करने से कमरदर्द और पीठदर्द में आराम होगा।

मार्जारी आसन विधि (Marjariasana Steps) :

  • दोनों घुटनों और दोनों हाथों को जमीन पर रखकर झुककर खड़े हो जाएं। हाथों को जमीन पर बिलकुल सीधा रखें। ध्यान रखें कि हाथ कंधों की सीध में हों और हथेली फर्श पर इस तरह टिकाएं कि उंगलियां आगे की तरफ फैली हों। हाथों को घुटनों की सीध में रखें, बांहें और जांघें भी फर्श से एक सीध में होनी चाहिए। घुटनों को एक-दूसरे से सटाकर भी रखा जा सकता है और चाहे तो थोड़ी दूर भी। यह इस आसन की आरंभिक अवस्था है।
  • इसके बाद रीढ़ को ऊपर की तरफ खींचते हुए सांस अंदर खींचें। इसे इस स्थिति तक लाएं कि पीठ अवतल अवस्था में पूरी तरह ऊपर खिंची हुई दिखे। सांस अंदर की ओर तब तक खींचते रहें जब तक कि पेट हवा से पूरी तरह भर न जाए। इस दौरान सिर का ऊपर उठाए रखें। सांस को तीन सेकंड तक भीतर रोक कर रखें। इसके बाद पीठ को बीच से ऊपर उठाकर सिर नीचे झुकाएं। अपनी दृष्टि नाभि पर टिकाएं। सांस धीरे-धीरे बाहर छोड़ें और पेट को पूरी तरह खाली कर दें और नितंबों को भी भीतर की तरफ खींचें। सांस को फिर तीन सेकंड तक रोकें और सामान्य दशा में वापस आ जाएं। इस तरह इस आसन का एक चक्र पूरा होता है।

कमर दर्द के लिए अद्भुत रामबाण उपाय :

  • लगभग 2-3 ग्राम अजवाइन को तवे के ऊपर थोड़ी धीमी आंच पर सेंक लें तथा ठंडा होने पर धीरे-धीरे चबाते हुए निगल जाएं। लगातार 7 दिनों तक यह प्रयोग किया जाए तो आठवे दिन से कमर दर्द में सौ फीसदी लाभ होता है।