• काली मिर्च एक ऐसा मसाला है जो स्वाद के साथ ही औषधिय गुणों से भी भरपूर है। इसे सलाद, कटे फल या दाल शाक पर बुरक कर उपयोग लिया जाता है। इसका उपयोग घरेलु इलाज में भी किया जा सकता है। काली मिर्च खाने के बड़े ही फायदे हैं, (ब्लॅक पेपर) के कई घरेलू नुस्खे और उपाय हैं, जिससे आपको कई बीमारियो और समस्याओं में बहुत लाभ मिलता हैं। काली मिर्च के तीखे स्वाद के कारण इसका बहुत ही कम इस्तेमाल किया जाता हैं, लेकिन अनेक प्रकार की बीमारियो में काली मिर्च का इस्तेमाल घरेलू नुस्खे के तौर पर किया जाता हैं। पेट, स्किन और हड्डियो से जुड़ी प्रॉब्लम्स को डोर करने में काली मिर्च बहुत ज़्यादा असरदार होती हैं। आज जाँएंगे की इसका कैसे और कितनी मात्रा में इस्तेमाल करके रोगो को दूर किया जा सकता हैं।
  • काली मिर्च खाने के स्वाद को बढ़ाने का काम करती है|पर क्या आपको पता है की काली मिर्च ना सिर्फ आपके खाने के स्वाद को बढ़ाती है बल्कि आपकी सेहत का भी विशेष ख्याल रखती है|  आयुर्वेद में काली मिर्च को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है|कई बीमारियों के इस्तेमाल में काली मिर्च का इस्तेमाल किया जाता है| काली मिर्च का पानी पीने से शरीर को हर बीमारियों से लड़ने की ताकत मिलती है| अगर आप स्वस्थ रहना चाहते है तो रोज़ाना एक गिलास पानी में काली मिर्च को मिलाकर पिए, इसे पीने से आपका शरीर कई बीमारियों से बचा रहेगा। आइए जानते है All Ayurvedic के माध्यम से इसके 20 (4+16) फ़ायदों के बारे में।

काली मिर्च को पानी में मिलाकर पीने के 4 फ़ायदे :

  1. एक गिलास गर्म पानी में थोड़ी सी काली मिर्च डालकर पीने से बॉडी की इम्युनिटी पावर बढ़ती है|इसके अलावा ये हमारे बॉडी सेल्स को पोषण देने का काम भी करती है। इससे शरीर स्वस्थ बना रहता है।
  2. काली मिर्च के पानी को पीने से बॉडी को भरपूर पोषण मिलता है| इसके अलावा इस पानी के सेवन से हमारे शरीर में होने वाली पानी की कमी दूर हो जाती है|गर्म पानी के साथ कालीमिर्च के सेवन से स्किन हाइट्रेट होती है|साथ ही शरीर में पानी की कमी ना होने से थकान का अनुभव भी नहीं होता है।
  3. काली मिर्च के पानी का सेवन करने से हमारी बॉडी का स्टेमिना मजबूत बनता है|इसके अलावा इसके सेवन से बॉडी का मेटॉलिज्म लेवल भी बढ़ता है। जिससे शरीर को मजबूती मिलती है।
  4. अगर आपको कब्ज़ की समस्या है तो काली मिर्च का सेवन गर्म पानी के साथ करने से आपको इस समस्या से छुटकारा दिला सकता है। इसके सेवन से हमारे शरीर के अंदर मौजूद विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते है जिससे बवासीर और कब्ज जैसे रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है।

काली मिर्च के 16 अन्य अद्भुत फायदे :

  1. उम्र बढ़ने के साथ ही होने वाला गठिया रोग काली मिर्च का इस्तेमाल बहुत ही फयदेमंद होता हैं। इसे तिल के तेल में जलने तक गरम करे। उसके बाद इस तेल को ठंडा होने पर दर्द वाली जगह आदि पर लगाए आपको बहुत ही आराम मिलेगा।
  2. जंक फुड के कारण बवासीर की समस्या आजकल ज़्यादातर लोगो को रोग कर रही हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए जीरा, काली मिर्च और चीनी या मिशरी को पीस कर एक साथ मिला ले। सुबह-शाम दो से तीन बार इसे लेने से बवासीर में राहत मिलती हैं।
  3. पेट दर्द का कारण सिर्फ़ खराब ख़ान-पान ही नही होता हैं, बल्कि कीड़े भी इसकी वजह हो सकते हैं। इससे भूख कम लगती हैं और वजन तेज़ी के साथ घटने लगता हैं। इन्हे डोर करने के लिए च्छच्छ में काली मिर्च का पाउडर मिला कर पिए इसके अलावा काली मिर्च को किसमिस के साथ मिला कर खाने से भी पेट के कीड़े दूर होते हैं।
  4. त्वचा पर कहीं भी फुंसी उठने पर, काली मिर्च पानी के साथ पत्थर पर घिस कर अनामिका अंगुली से सिर्फ फुंसी पर लगाने से फुंसी बैठ जाती है।
  5. काली मिर्च को सुई से छेद कर दीये की लौ से जलाएं। जब धुआं उठे तो इस धुएं को नाक से अंदर खीच लें। इस प्रयोग से सिर दर्द ठीक हो जाता है। हिचकी चलना भी बंद हो जाती है।
  6. ब्लड प्रेशर लो रहता है, तो दिन में दो-तीन बार पांच दाने कालीमिर्च के साथ 21 दाने किशमिश का सेवन करें।
  7. काली मिर्च 20 ग्राम, जीरा 10 ग्राम और शक्कर या मिश्री 15 ग्राम कूट पीस कर मिला लें। इसे सुबह शाम पानी के साथ फंाक लें। बावासीर रोग में लाभ होता है।
  8. आधा चम्मच पिसी काली मिर्च थोड़े से घी के साथ मिला कर रोजाना सुबह-शाम नियमित खाने से नेत्र ज्योति बढ़ती है।
  9. काली मिर्च 20 ग्राम, सोंठ पीपल, जीरा व सेंधा नमक सब 10-10 ग्राम मात्रा में पीस कर मिला लें। भोजन के बाद आधा चम्मच चूर्ण थोड़े से जल के साथ फांकने से मंदाग्रि दूर हो जाती है।
  10. शहद में पिसी काली मिर्च मिलाकर दिन में तीन बार चाटने से खांसी बंद हो जाती है।
  11. बुखार में तुलसी, कालीमिर्च तथा गिलोय का काढ़ा लाभ करता है।
  12. चार-पांच दाने कालीमिर्च के साथ 15 दाने किशमिश चबाने से खांसी में लाभ होता है।
  13. कालीमिर्च सभी प्रकार के संक्रमण में लाभ देती है।
  14. हर साल अप्रैल के दूसरे सप्ताह की शुरुआत में निम के कोमल 7 ताजा पत्ते, 7 कालिमिर्ची और चुटकी भर सेंधा नमक पानी डालकर पीसकर 5 चम्मच पानी में घोलकर सुबह भूखे पेट एक बार एक दिन में पियें। इसके बाद 2 घंटो तक कुछ न खाएं। यह एक व्यक्ति की खुराक हैं ऐसे लेने से साल भर बुखार नहीं आएगा। हर साल इसी तरह लेते रहे और बुखार से बचें रहे।
  15. कालिमिर्ची में मौजूद पाईपरिन नामक तत्व कीटाणुनाशक होता हैं। यह मलेरिया और वायरस जैसे ज्वरो के विषाणुओं को नष्ट कर देता हैं। 60 ग्राम पीसी हुई कालिमिर्ची 2 ग्लास पानी में इतना उबालें की आधा ग्लास पानी रह जाये फिर इसे छानकर हर 4 घंटे से उसके 3 भाग करके पियें। इससे मलेरिया बुखार ठीक हो जाता हैं।
  16. सिर में डेंड्रफ और खुजली के वजह से बाल गिरते हो तो कालिमिर्ची, प्याज, नमक सबको पीसकर बालों की जड़ों में लगाएं। बालो का झड़ना बंद हो जायेगा।