शकरकंद को स्वीट पोटैटो (sweet potato) के नाम से भी जाना जाता है और इसमें ऊर्जा का खजाना होता है। अक्सर लोग इसे आलू से जोड़कर देखते हैं लेकिन पोषक तत्वों और स्वास्थ्य के लिहाज से इसके कई फायदे हैं।
शकरकन्द को सुखाकर बनाया हुआ आटा व्रत में लाभदायक होता है। शकरकन्द को उबालकर, दूध में मसलकर सेवन किया जा सकता है। शकरकन्द के पत्ते बहुत पौष्टिक माने जाते हैं। इसके कोमल पत्तों की सब्जी भी बनाई जाती है। शकरकन्द में 16 प्रतिशत स्टार्च और 4 प्रतिशत शर्करा होती है, अर्थात् शकरकन्द के 20 प्रतिशत भाग से अल्कोहल बन सकता है। शकरकन्द में विटामिन `ए´, कैल्सियम, फॉस्फोरस, सोडियम, पोटाशियम, लौह और अल्पमात्रा में विटामिन `सी´ होता है। आलु की तुलना में शकरकन्द में कार्बोहाइड्रेटकैल्शियम और विटामिन `ए´ के तत्त्व ज्यादा मात्रा में होते हैं। कुछ चीजों में शकरकन्द आलू से अधिक लाभकारी होता है। सौ ग्राम शकरकंद में चार सौ फीसदी से अधिक विटामिन ए पाया जाता है।
शकरकन्द (Sweet Potato) के 15 बेहतरीन फ़ायदे : 

  1. सदाबाहर जवां और खूबसूरत : शकरकंद में आयरन, फोलेट, कॉपर, मैगनीशियम, विटामिन्‍स आदि होते हैं, जिससे इम्‍यून सिस्‍टम मजबूत बनता है. इसको खाने से त्‍वचा में चमक आती है और चेहरे पर जल्‍दी झुर्रियां नहीं पड़ती. इसमें मौजूद विटामिन सी त्‍वचा में कोलाजिन का निर्माण करता है जिससे आप सदाबाहर जवां और खूबसूरत रहते हैं।
  2. हार्ट और ब्लड शुगर : शकरकंद डायट्री फाइबर और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है. शकरकन्‍द खाने में मीठा होता है। इसके सेवन से खून बढ़ता है, शरीर मोटा होता है साथ ही यह कामशक्ति को भी बढ़ाता है. नारंगी रंग के शकरकंद में विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है. शकरकंद में कैरोटीनॉयड नामक तत्व पाया जाता है जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है। वहीं इसमें मौजूद विटामिन बी-6 डायबिटिक हार्ट डिजीज में भी फायदेमंद होता है।
  3. ऊर्जा वर्धक और वजन कम करे : यह उच्च मात्रा वाला स्टार्च फूड है, जिसके 100 ग्राम में 90 कैलोरीज होती हैं. शकरकंद खाने में मीठा होता है। इसके सेवन से मोटापा, मधुमेह, हृदय रोगों और सम्पूर्ण तौर पर मृत्युकारक जोखिम कम होते हैं। यह आरोग्यवर्धक तथा ऊर्जा वर्धक होता है, पर वजन को कम करने में मददगार होता है।
  4. वायुकारक और गरिष्ठता का दोष : बैंगन और शकरकन्द का साग स्वादिष्ट बनता है। शकरकन्द के साग में बैंगन मिलाने से इसका वायुकारक और गरिष्ठता का दोष कम हो जाता है।
  5. ब्‍लड शुगर : अगर आपको का ब्‍लड शुगर लेवल कुछ भी खाने से तुरंत ही बढ जाता है तो, शकरकंद खाना ज्‍यादा अच्‍छा होता है। इसे खाने से ब्‍लड शुगर हमेशा नियन्‍त्रित रहता है और इंसुलिन को बढने नहीं देता।
  6. प्रदर रोग : शकरकन्द का छाया में सुखाया हुआ बारीक चूर्ण 3-5 ग्राम की मात्रा में गर्म दूध के साथ सेवन करने से प्रदर रोगमें लाभ मिलता है।
  7. फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट्स, विटामिन और लवण से भरपूर : शकरकंद में कैलोरी और स्टार्च की सामान्य मात्रा होती है। वहीं, सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा इसमें न के बराबर रहती है। इसमें फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट्स, विटामिन और लवण भरपूर पाए जाते हैं।
  8. खून बढ़ाए : शकरकन्द खून को बढ़ाता है। शरीर को शक्त करता है तथा शारीरिक शक्ति को भी बढ़ाता है। शकरकन्दी को आग की भट्टी में सेंककर खानें से वह और अधिक मधुर (मीठी) लगती है।
  9. भरपूर मात्रा में विटामिन बी-6 : शकरकंद में भरपूर मात्रा में विटामिन बी-6 पाया जाता है, जो शरीर में होमोसिस्टीन नाम के अमीनो एसिड के स्तर को कम करने में सहायक होता है। अगर इस अमीनो एसिड की मात्रा बढ़ने पर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।
  10. ऑइली स्किन : अगर आपकी त्वचा तैलीय है, तो शकरकंद का प्रयोग आप अपनी त्वचा के लिए कर सकते हैं। इन्हें उबालकर ठंडा होने दें और बाद में शहद के साथ मिलाकर अपने चेहरे पर पैक लगाएं। इसे अलावा आप इसमें नींबू का रस भी मिला सकते हैं। लगभग आधे घंटे तक रहने दें और धो लें।
  11. दांतों, हड्ड‍ियों, त्वचा और नसों की ग्रोथ : शकरकंद विटामिन डी का एक बहुत अच्छा सोर्स है। यह विटामिन दांतों, हड्ड‍ियों, त्वचा और नसों की ग्रोथ और मजबूती के लिए आवश्यक होता है. शकरकंद विटामिन ए का बहुत अच्छा माध्यम है. इसके सेवन से शरीर की 90 प्रतिशत तक विटामिन ए की पूर्ति हो जाती है।
  12. रोग प्रतिरोधक क्षमता : शकरकंद में भरपूर मात्रा में आयरन होता है। आयरन की कमी से हमारे शरीर में एनर्जी नहीं रहती, रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है और ब्लड सेल्स का निर्माण भी ठीक से नहीं होता। शकरकंद आयरन की कमी को दूर करने में मददगार रहता है।
  13. नर्वस सिस्टम की सक्रियता और किडनी को स्वस्थ रखे : शकरकंद पोटैशियम का एक बहुत अच्छा माध्यम है। यह नर्वस सिस्टम की सक्रियता को सही बनाए रखने के लिए आवश्यक है। साथ ही किडनी को भी स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
  14. ड्राई स्किन : केवल तैलीय ही नहीं बल्कि शकरकंद रूखी त्वचा के लिए भी बेहतरीन इलाज है, जो त्वचा के लिए मॉश्चराइजर का काम करता है। उबले हुए शकरकंद को ओट्स और दही के साथ मिक्स कर पेस्ट बनाएं और चेहरे पर लगाएं। कुछ देर लगे रहने के बाद इसे स्क्रब की तरह प्रयोग करें और गुनगुने पानी से धो लें।
  15. बालों की वृद्धि बढ़ाए और रूसी से छुटकारा दिलाए : अगर आपके बालों का विकास सही तरीके से नहीं हो रहा है, तो शकरकंद का प्रयोग कर आप इनकी वृद्धि बढ़ा सकते हैं। इसमें मौजूद बीटा कैरोटीन, बालों के बढ़ने में मददगार साबित होता है। इसके अलावा यह रूसी के लिए भी बेहतरीन इलाज है।