• कहते हैं इंसान को अपने पाप-पुण्य का लेखा-जोखा इसी जन्म में भुगतना पड़ता है। क्योंकि शनिदेव को न्याय का देवता माना गया है, इसलिए इंसान के पाप कर्मों का फल व्यक्ति को साढ़ेसाती के दौरान मिलता है। साढ़ेसाती की यह अवधि कईयों के लिए बेहद कष्टकारक होती है। आर्थिक समस्याओं से लेकर स्वास्थ्य और प्रतिष्ठा हानि, हर प्रकार व्यक्ति को अपमान और हानि का सामना करना पड़ता है।
  • कुछ शास्त्रीय उपाय इनसे छुटकारा पाने में चमत्कारी रूप से लाभकारी हैं। हम यहां ऐसे ही कुछ आसान उपाय आपको बता रहे हैं जिन्हें अपनी सामान्य दिनचर्या में रहते हुए भी आप कर सकते हैं। इनमें लाल धागे का उपाय बेहद खास है क्योंकि यह बेहद जल्दी आपके हर तरह की मनोकामना पूर्ण करती है। 
  • शनिवार के दिन अपनी लंबाई का मौली (पूजा में उपयोग होने वाला कच्चा सूत) और आम का एक हरा पत्ता लाएं। अब इस लाल धागे को आम के पत्ते पर लपेटें।
  • इसे हाथ में लेकर जो भी मनोकामना हो उसे मन में दुहराएं और किसी भी जल के बहते हुए स्रोत में बहा दें।
  • शनि की साढ़ेसाती से जीवन में परेशानियां हों, तो शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर जलार्पण करें और इसके नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। ऐसे करते हुए पेड़ का तना छूकर उसे प्रणाम करते हुए इसकी सात परिक्रमा भी अवश्य करें। यह साढ़ेसाती से संबंधित जीवन की हर तरह की परेशानी खत्म करता है।
  • इसके अलावा शनि की साढ़ेसाती से अगर जॉब संबंधी या आर्थिक परेशानियां हों तो शनिवार के दिन बिना नमक का भोजन करें। यह व्रत भी आपकी हर प्रकार की परेशानी खत्म कर सकता है। साथ ही इससे आपके परिवार में आर्थिक संपन्नता भी आती है।