• गर्दन में अकड़न व दर्द (Stiff Neck & Pain) की समस्या आम है। यह कभी पेट में गैस होने की वजह से हो सकता है तो कभी बेढब सोने की वजह से। गर्दन के पीछे मेरुदंड में किसी दिक्कत की वजह से भी गर्दन में दर्द शुरू हो सकता है। यह रोग अधिकांशत: पंद्रह वर्ष की उम्र के बाद के लोगों को ही होता है, लेकिन उससे नीचे के उम्र वालों को भी हो सकता है। गर्दन में जब दर्द होता है तो गर्दन अकड़ जाती है, या यूं कहें कि जब गर्दन अकड़ने लगती है तो दर्द शुरू हो जाता है। ऐसी अवस्था में हम गर्दन घुमा नहीं पाते। जिस दिशा में गर्दन घूमी रहती है उसी दिशा में हमें मुंह करके बात करने की मज़बूरी हो जाती है। हमें गर्दन घुमाना होता है तो पूरा शरीर घुमाना पड़ता है। हालांकि यह बहुत बड़ा रोग नहीं है, कभी दो-चार घंटे और कभी दो-चार दिन में ठीक हो जाता है। इसका उपचार घर पर किया जा सकता है लेकिन जब लगे यह रोग गंभीर हो रहा है तो तत्काल योग्य चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। www.allayurvedic.org

➡ गर्दन अकड़ने के कारण :

  1. – गर्दन के पीछे मेरुदंड की हड्डियों के बढ़ जाने व गर्दन के कशेरुकाओं के बीच इंटरवर्टिवल डिस्क में कैल्शियम का डी- जेनरेशन होने से डिस्क अपने स्थान से सरक जाती है जिसकी वजह से सरवाइकल स्पांडिलाइसिस या सर्वाइकल स्पांडिलाइटिस हो जाता है। आमतौर पर इसमें सी 4-सी 5, सी 5-सी 6, सी 6-सी 7 के बीच की डिस्क ज़्यादा प्रभावित होती है।
  2. – अधिक देर तक लगातार कंप्यूटर पर काम करना या देर तक गर्दन झुकाकर मोबाइल पर काम करने या बात करने, सोकर टीवी देखने, अधिक देर तक गर्दन झुकाकर पढ़ने-लिखने, गर्दन को झटका देकर घुमाने, ऊंचे तकिए का इस्तेमाल व अनियमित भोजन करने से भी यह रोग उत्पन्न हो सकता है।

➡ गर्दन अकड़ने पर उपचार :

  1. – गर्दन को क्रमश: क्लाकवाइज़ व एंटी क्लाकवाइज़ पांच से दस बार धीरे-धीरे घुमाएं। तत्पश्चात अपने सिर को ऊपर-नीचे, दाएं-बाएं घुमाएं पांच-दस बार करें। ज़्यादा देर करने पर दर्द बढ़ सकता है।
  2. – गर्दन अकड़ गई हो तो गर्दन से कंधे की ओर तेल से हल्की मालिश करें। इसके बाद शीशे की बोतल में हल्का गर्म पानी भरकर गर्दन पर घुमाएं। इसके तुरंत बाद खुली हवा में जाने या ठंडी चीज़ खाने या पीने से बचें।
  3. – सोकर टीवी न देखें और लगातार अधिक समय तक टीवी देखने से बचें। ऊंची व सख्त तकिया न लगाएं तथा सोने के लिए समतल बिस्तर का इस्तेमाल करें।