• सिर पर बाल न होना, गंजापन (Baldness) कहलाता है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और अनियमित खान-पान में यह एक आम बात हो गयी है। गंजेपन का इलाज होमियोपैथी द्वारा सरल तरीके से किया जा सकता है।
  • होमियोपैथी, चिकित्सा की सबसे लोकप्रिय समग्र प्रणालियों में से एक है। होमियोपैथी में इलाज के लिए दवाओं का चयन व्यक्तिगत लक्षणों पर आधारित होता है। यही एक तरीका है जिसके माधयम से रोगी के सब विकारो को दूर कर सम्पूर्ण स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
  • होमियोपैथी का उद्देश्य गंजापन (Baldness) को बढ़ाने वाले कारणों का सर्वमूल नाश करना है। जहां तक चिकित्सा सम्बन्धी उपाय की बात है तो होमियोपैथी में गंजापन (Baldness) के लिए अनेक दवाए उपलब्ध हैं। लेकिन इन्हें एक योग्य होमियोपैथिक डॉक्टर (Qualified Homeopathic Doctor) की सलाह पर ही लेना चाहिए। www.allayurvedic.org

➡ गंजेपन के कारण (Cuases of Baldness or Alopecia) :

  1. एसिडम फ्लोर (Acidum Flour) सिफलिस (Syphilis) के कारण जगह-जगह से बालो का झड़ना (Falling of Hair in Patches)।
  2. टाइफाइड (Typhoid) के कारण बालो का झड़ना।

➡ गंजेपन के इलाज में कारगर होमियोपैथिक दवायें (Homeopathic Treatment of Baldness or Alopecia) :

  1. सेलेनियम मेट (Selenium Met) – अगर सर, भौहो या पलको के बाल झड़ने लगे तो सेलेनियम मेट काफी मददगार साबित होती है।
  2. आर्सनिक एल्बम (Arsenic Album) – अगर गंजापन आर्सनिक धातु के प्रयोग के कारण है , सर में जोर से खुजली होती है (Scalp itches intolerable), या सिर पर गोलाकार पैच उभरते हैं तो आर्सनिक एल्बम असरदार काम करती है।
  3. सिलिसा (Silicea) – युवावस्था में गंजेपन (Premature Alopecia) के लिए काफी असरदायक है।
  4. नैट्रम मुर (Natrum Mur) – गर्भावस्था के बाद गिरे बालों को वापस लाने में यह सहायक होता है।