• खुशहाल जीवन के लिए सिर्फ पैसा और सुख-सुविधाएं ही जरूरी नहीं होती हैं। किसी भी व्यक्ति का दाम्पत्य जीवन भी उसके जीवन को खुशहाल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जो युगल एक दूसरे के साथ रिश्ते में असंतुष्ट रहते हैं, उन्हें कई तरह की मानसिक व शारीरिक व्याधियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसी स्थिति में आयुर्वेद एवं आयुर्वेदिक औषधियां मददगार हो सकती है। आइए जानते हैं घर पर बनी कुछ ऐसी आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में जो आपका वैवाहिक जीवन खुशियों से भर देंगी…

– शुद्ध शिलाजीत 500 मिलीग्राम की मात्रा में ठंडे दूध में घोल कर सुबह-शाम पीने से भी लाभ मिलता है। इसकी एक बहुत बड़ी विशेषता यह है कि यह सिर्फ उनके लिए ही उपयोगी नहीं, जिन्हें कमजोरी है, बल्कि उनके लिए भी लाभकारी है जो पूरी तरह स्वस्थ हैं और उनकी यौन क्षमता में किसी तरह की कोई कमी नहीं है। इसका यौन दौर्बल्य यानी नपुंसकता से पीड़ित विवाहित व्यक्ति ही नहीं, अविवाहित युवक भी सेवन कर सकते हैं।
– अश्वगंधा, विधारा, शतावर, सफेद मूसली, तालमखाना के बीज, कौंच बीज प्रत्येक 50-50 ग्राम की मात्रा में लेकर दरदरा कर कपड़े से छान लें तथा 350 ग्राम मिश्री मिला लें, इस नुस्खे को 5-10 ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम ठंडे दूध से लें। लगातार एक माह तक लेने से यौन शक्ति में वृद्धि अवश्य होगी।
– कामोत्तेजना बढ़ाने के लिए कौंचबीज चूर्ण, सफेद मूसली, तालमखाना, अश्वगंधा चूर्ण को बराबर मात्रा में तैयार कर 10-10 ग्राम की मात्रा में ठंडे दूध से सेवन करें, निश्चित लाभ मिलेगा।
– कौंच के शुद्ध किए हुए बीज, काकोली, अश्वगंधा, शतावर, क्षीर काकोली और तालमखाना, सब 50-50 ग्राम और 200 ग्राम मिश्री। इसे कूट-पीसकर महीन चूर्ण कर के मिला लें और 1-1 चम्मच सुबह खाली पेट और रात को सोते समय एक गिलास मीठे कुनकुने गर्म दूध के साथ तीन माह तक सेवन करें। शुक्र धातु को पुष्ट और गाढ़ा करने वाला यह अद्भुत नुस्खा बहुत ही गुणकारी है।