• यदि शौच के दौरान आपका पेट अच्छी तरह से साफ़ नहीं होता तो समझ लीजिये आपको कब्ज की बीमारी हैं और तरल पदार्थो की कमी आपके शरीर में हो रही हैं। यदि कब्ज हो जाये तब कोई भी खुद को फ्रेश फील नहीं कर पाता हैं। एक बात ध्यान अवश्य रखिये यदि कब्ज होने पर उसको अनदेखा किया गया तब इसके परिणाम काफी घातक होते हैं यह किसी भी जटिल बीमारी का रूप ले लेता हैं।  कब्ज के होते ही पेट में अनेको व्याधिया आ जाती हैं उदाहरण के लिए कब्ज वाले रोगी को पेट दर्द की शिकायत रहती हैं, सुबह शौच करने में परेशानी आती हैं ,तथा मल का शरीर से पूरी तरह ना निकलना जैसी परेशानियो से सामना करना पड़ता है। वैसी तो कब्ज के लिए बहुत उपाय हैं पर कब्ज को जड़ से खत्म करने के लिए मात्र आर्युवैदिक उपाय ही कारगर साबित हुए हैं।
  • कब्ज यूं तो छोटी समस्या लगती है और इस कारण लोग इसे काफी नजरअंदाज भी करते हैं, लेकिन इसे छोटी समस्या समझना सेहत के साथ खिलवाड़ करना है। आप पेट से जुड़ी इस समस्या को ज्यादा समय तक नजरअंदाज करते हैं तो यह सेहत के लिए घातक साबित हो सकती है, कब्ज के कारण जो की पेट से सम्बंधित है इससे प्रभावित होने वाले लगभग 72 रोग को आपके लिए बिन बुलाए मेहमान बन सकते है, समय रहते जाग जाए और कब्ज को नीचे दिए गये उपायों से भगाए।
  • देश के लगभग 20 फीसदी लोग कब्ज से त्रस्त हैं। इनमें से 14 प्रतिशत वो लोग हैं, जो शहरों में रहते हैं। शहर का रहन-सहन, कुछ भी खा लेने की आदत और मजबूरी, घटते शारीरिक श्रम आदि ने कब्ज को इनके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बना दिया है। आइये कब्ज को थोड़ा करीब से समझते और जानते हैं, क्योंकि जब पेट ठीक रहेगा, तभी जीवन की गाड़ी भी ठीक चलेगी। ये उपाय इतने कारगर है की इनसे आप बिना ज़ोर लगाए अपना पेट साफ़ कर सकते है।
  • पेट का स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। खान-पान की आदतों और गलत लाफस्टाइल के कारण कुछ लोगों को आए दिन पेट संबंधी कोई न कोई शिकायत रहती है। जिस कारण एसिडिटी,खट्टी डकार,खाना पचाने में परेशानी अक्सर सुनने को मिलती हैं। इनमें से सुबह पेट साफ न होने की समस्या यानि कब्ज लगभग आम है लेकिन इसका सेहत पर बुरा असर पड़ता है। आपको भी इस तरह की शिकायत है तो कुछ आसान से घरेलू उपाय अपना कर इससे राहत पाई जा सकती है।

कब्ज को जड़ से मिटाने वाले कुछ करामाती घरेलु उपाय

  1. गुनगुने पानी का सेवन : सुबह खाली पेट एक गिलास गुनगुना पानी पीएं। इसमें आप शहद का मिक्स कर सकते हैं। इसके बाद आधा घंटा सैर करे। कुछ समय बाद पेट साफ हो जाएगा और आप अच्छा महसूस करेंगे।
  2. अलसी : अलसी के बीज पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। यह पेट के लिए भी लाभकारी हैै। रात को सोने से पहले एक गिलास के दूध के साफ 1 चम्मच अलसी के बीज का पाउडर खा लें। इससे सुबह पेट साफ हो जाएगा।
  3. योगा : खाना खाकर एक दम बैठने या लेटने से भी पेट साफ न होने का कारण बनती है। अपने लिए कुछ समय निकाल कर योगा या कोई एक्सरसाइज जरूर करें। इससे कब्ज की समस्या से मुक्ति मिलेगी और पेट भी साफ हो जाएगा।
  4. आंवला : आवला गुणों से भरपूर है। यह पेट की परेशानियों को दूर करके पाचन क्रिया में सुधार करता है। रोजाना रात को दूध के साथ आंवला खाने से सुबह पेट साफ हो जाता है।
  5. पानी, दलिया और खिचड़ी : कब्ज का मुख्य कारण यह हैं की शरीर में पानी और दुसरे प्रकार के तरल पदार्थो की कमी हो गयी हैं। इन्ही तरल पदार्थो की कमी के चलते आंतो में मल सुख जता हैं तथा सुबह शौच क्रिया के दौरान बल प्रयोग करना पड़ता हैं। इसके चलते कब्ज रोगी को दिक्कत का सामना करना पड़ता हैं। दलिया, खिचड़ी जैसे और तरल पदार्थो को लेने की कब्ज रोगीयो को अक्सर सलाह दी जाती हैं, इसके अतरिक्त चिकित्सक कब्ज के मरीज को गर्म पानी के सेवन पर जोर देते हैं।
  6. गुड़ और गिलोय : गुड के साथ गिलोय का बारीक़ चूर्ण मिलाकर सोते समय 2 चम्मच लीजिये और ध्यान रखिये गुड तथा गिलोय का चूर्ण बराबर मात्र में मिक्स किया हो ,कब्ज एकदम ठीक होगा।
  7. त्रिफ़ला, सेंधा नमक और अजवाइन : 10 ग्राम सेंधा नमक, 10 ग्राम त्रिफला तथा 10 ग्राम अजवायन को मिलाकर कूट लीजिये और एक बारीक़ चूर्ण बना लीजिये। अब हर रोज हल्के गर्म पानी के साथ 3 से 5 ग्राम चूर्ण का सेवन कीजियेगा ,पुराणी से पुराणी कब्ज भी खत्म हो जाएगी।
  8. हर्रा : हर रोज रात में हर्रा को पीसकर बारीक चूर्ण बना लीजिए, इस चूर्ण को कुनकुने पानी के साथ पीजिए। कब्जा दूर होगा और पेट में गैस बनना बंद हो जाएगा।
  9. अमरूद : पका हुआ अमरूद और पपीता कब्जर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। अमरूद और पपीता को किसी भी समय खाया जा सकता है।
  10. किशमिश : किशमिश को पानी में कुछ देर तक डालकर गलाइए, इसके बाद किशमिश को पानी से निकालकर खा लीजिए। इससे कब्जि की शिकायत दूर होती है।
  11. पालक : पालक का रस पीने से कब्ज की शिकायत दूर होती है, खाने में भी पालक की सब्जीि का प्रयोग करना चाहिए।
  12. बेल का गूदा, सौंफ, ईसबगोल की भूसी और छोटी इलायची : पुरानी आंव या आंतों की सूजन में 100-100 ग्राम बेल का गूदा, सौंफ, ईसबगोल की भूसी और छोटी इलायची को एक साथ पीसकर पाउडर बना लेते हैं। अब इसमें 300 ग्राम देशी खांड या बूरा मिलाकर कांच की शीशी में भरकर रख देते हैं। इस चूर्ण की 2 चम्मच मात्रा सुबह नाश्ता करने के पहले ताजे पानी के साथ लेते हैं और 2 चम्मच शाम को खाना खाने के बाद गुनगुने पानी या गर्म दूध के साथ 7 दिनों तक सेवन करने से लाभ मिल जाता है। लगभग 45 दिन तक यह प्रयोग करने के बाद बंद कर देते हैं। इससे सुबह पेट साफ़, कब्ज, पुरानी आंव और आंतों की सूजन के रोग दूर हो जाते हैं।