बढ़ती उम्र के साथ व्यक्ति का डाइजेशन कमजोर होने लगता है. आमतौर पर 30 की उम्र पार करने के बाद बॉडी आसानी से डाइट में शामिल Calcium को पूरी तरह से अब्जॉर्ब नहीं कर पाती है. ऐसे में शरीर में कैल्शियम की कमी होने का खतरा एक आम बात है. इसके अलावा ज्यादा मीठा खाने या अनहेल्दी डाइट होने के कारण भी शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है। वहीं महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान बेबी की बोन डेवलेपमेंट प्रोसेस के समय महिला के शरीर में कैल्शियम का लेवल कम होने लगता है। इसके साथ ही बच्चों को ब्रैस्ट फीड करने वाली मांओं के शरीर में भी Calciumकी कमी हो सकती है।

अगर आप सोंचते हैं कि आप जवान हैं और आपकी हड्डी अभी कमजोर नहीं हो सकती, तो आप बिल्कुल गलत हैं। जाने माने हड्डी के सर्जन का कहना है कि आज कल लोगों को कम ही उम्र में ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डी विकार) होने का खतरा पहले की तुलना में ज्यादा बढ गया है।  अगर आप अपने भोजन में कैल्शियम युक्त भोजन नहीं लेते तो आपके घुटने कुछ ही दिनों में कमजोर हो जाएंगे।

अगर घुटना किसी भी प्रकार से क्षतिग्रस्त हो गया तो उसे ठीक करना बहुत मुश्किल है। अच्छा है कि आप अपने भोजन में कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करें, जो आपके घुटनों के लिये अच्छे हों।  आईये इससे बचने के कुछ आसान और घरेलु उपाए हम आपको बताते हैं जोसिर्फ 2 रुपएके खर्च पर आप प्राप्त कर सकते है…


कैल्शिम की कमी दूर करने वाले घरेलू उपाय :

    अदरक की चाय :डेढ़ कप पानी में एक इंच अदरक का टुकड़ा पीस कर डालें और उसे उबालें. जब पानी एक कप रह जाए तो उसे चाय की तरह पियें।

      जीरे का पानी :रात भर दो गिलास पानी में जीरा भिगो कर रखें. सुबह उस पानी को उबालें जब पानी आधा रह जाये तो उसे छान कर पियें।

        तिल :रोजाना 2 चम्मच भुने हुए तिल का सेवन करें. स्वाद बदलने के लिए तिल की चिक्की और लडडू भी खा सकते हैं.

          रागी :हफ्ते में कम से कम दो बार रागी से बनी इडली, दलिया या चीला खाएं. इससे पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम मिलेगा।

            अंजीर और बादाम :रात भर पानी में 4 बादाम और 2 अंजीर भिगो कर रखें. सुबह इन्हें चबा कर खा लें।

              स्प्राउट्स :नाश्ते या शाम के समय हलकी भूख में एक बाउल स्प्राउट्स खाएं।

                नींबू पानी : रोजाना शाम को एक गिलास नींबू पानी पियें. दिन भर में कोई एक खट्टा फल खाने से भी फायदा मिल सकता है।

                  सोयाबीन : सप्ताह में एक बार सोयाबीन की सब्जी खाएं या खाने में सोयाबीन की मात्रा बढ़ाएं।

                    सुबह की धूप :रोजाना सुबह प्रातः 8 बजे से पहले करीब 10 मिनट धूप में बिताएं।

                      बादाम : बादाम खाने से जोडों का आउटर मेंबरेन खराब होने से बचा रहता है। इसमें विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट होता है जो कि सूजन और दर्द से बचाता है।

                        पपीता : पपीते में ढेर सारा विटामिन सी होता है। रिसर्च में पाया गया है कि जिन लोगों के अदंर विटामिन सी की कमी होती है उनमें जोड़ो का दर्द आम बात है।

                          सेब : सेब खाने से आप जोड़ों के दर्द तथा उसकी क्षतिग्रस्त से बच सकते हैं। सेब जोडों में कोलाजन बनाने में मदद करता है जो कि घुटने को झटके लगने से बचाता है। जिससे घुटने खराब नहीं होते।

                            ब्रॉकली : यह शरीर से फ्री रैडिकल्स को बाहर निकालती है जिसकी वजह से जोड क्षतिग्रस्त नहीं होते। इनमें काफी मात्रा में कैल्शियम होता है जिससे जोड़ों में मजबूती आती है।

                              काली बींस : यह मैग्नीज और अन्य तत्व से भरा हुआ होता है, जो जोडों के स्वास्थ्य के लिये बहुत जरुरी है। इसमे एंथोकायनिन्स होता है जो कि एक एंटीऑक्सीडेंट होता है। यह शरीर से फ्री रैडिकल्स को बाहर निकालता है और जोडों को खराब होने से रोकता है।

                                एक्सट्रा वर्जिन ऑइल : इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है जो कि जोडों के दर्द को दूर करता है। इसी की तरह से आप अखरोट का तेल भी प्रयोग कर सकते हैं। अलसी भी इसका एक बहुत अच्छा स्त्रोत है।

                                  ग्रीन-टी : यह जोड़ों के कार्टिलेज को क्षतिग्रस्त होने से रोकता है। ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट होता है जिससे फ्री रैडिकल्स हड्डियों को नुकसान नहीं पहुंचा पाते। रोजाना एक कप ग्रीन टी आपको जोड़ों के दर्द से बचा सकते हैं।

                                    अदरक : इसमें एक तत्व पाया जाता है जो तुरंत ही दर्द और सूजन को दूर करता है। आप चाहें तो इसकी चाय या फिर इसे भोजन में डाल कर पका सकती हैं।