इलायची अत्यंत सुगन्धित होने के कारण मुंह की बदबू को दूर करने के लिए बहुत ही प्रसिद्ध है। इसको पान में रखकर खाते हैं। सुगन्ध के लिए इसे शर्बतों और मिठाइयों में मिलाते हैं। मसालों तथा औषधियों में भी इसका प्रयोग किया जाता है। इलायची दो प्रकार की होती है। छोटी और बड़ी। छोटी इलायची मालाबार और गुजरात में अधिक पैदा होती है, और बड़ी इलायची उत्तर प्रदेश व उत्तरांचल के पहाड़ी क्षेत्रों तथा नेपाल में उत्पन्न होती है। दोनों प्रकार की इलायची के गुण समान होते हैं। छोटी इलायची अधिक सुगन्ध वाली होती है।

कितनी मात्रा मे ले? 

  • इसे 5 ग्राम की मात्रा में सेवन करना चाहिए।

बड़ी इलायची के अद्भुत फायदे 

1. सिर दर्द : 

  • इलायची को पीसकर सिर पर लगाने से सिर दर्द दूर हो जाता है। इसके चूर्ण को सूंघने से भी सिर दर्द दूर हो जाता है।

2. पेट दर्द के लिए : 

  • 2 इलायची को पीसकर शहद में मिलाकर खाने से पेट का दर्द दूर हो जाता है।

3. खांसीदमाहिचकी :

  • इलायची खाने से खांसी, दमा, हिचकी आदि रोगों से छुटकारा मिलता है।
  • इलायची, खजूर और अंगूर को शहद में चाटने से खांसी, दमा और कमजोरी दूर होती है।

4. मूत्रकृच्छ (पेशाब में कष्ट) :

  • इलायची को दूध के साथ लेने से पेशाब की जलन दूर होती है तथा पेशाब खुलकर आता है।
  • इलायची के दाने का चूर्ण शहद में मिलाकर पीने से मूत्रकृच्छ (पेशाब में जलन) दूर हो जाता है।
  • 30-30 ग्राम इलायची और बांसकपूर लेकर चन्दन के तेल में घोंटकर उसकी 14 गोलियां बनाकर सेवन करने से मूत्रकृच्छ (पेशाब में जलन) के रोग में लाभ होता है।

5. पथरी : 

  • पथरी होने पर इलायची का सेवन करने से लाभ मिलता है।