आपने अपने आस-पास बहुत सारे ऐसे लोगों को देखा होगा जो शराब की लत में बुरी तरह फंसे होते हैं। इस गंदी लत की वजह से वह अपनी लाइफ तो खराब करते ही हैं लेकिन इसके साथ-साथ वह अपने परिवारवालों को भी दुखी करते हैं। इस लत पर काबू पाने के लिए खुद में दृढ़ निश्चय होना बहुत जरूरी है।
शराब की लत को एल्कोहोलिज्म के नाम से भी जाना जाता है। एल्कोहोलिज्म कोई बीमारी नहीं है, जिसका इलाज किया जाए।  वैसे इस लत को एख दम छोड़ना काफी मुश्किल होता हैं। इसे धीरे-धीरे ही काबू करना चाहिए। बस इसे छोड़ने का मन में पक्का विश्वास होना चाहिए।
आज हम आपको इस उपाय बताते हैं जो शराब की लत छुड़वाने में मददगार साबित होते हैं।

1. आयुर्वेद
एल्कोहल से लिवर में सूजन,पेट और तंत्रिका तंत्र से जुड़ी बीमारियां हो जाती हैं। आयुर्वेद में इन बीमारियों को दूर करने के लिए दवाइयां दीजाती है। इन दवाइयों में एल्कोहल की मात्रा काफी कम होती हैं। एलोविरा लिवर के लिए फायदेमंद है, जबकि अश्वगंधा तंत्रिका तंत्र और मस्तिष्क को पुष्ट बनाता है। इसके अलावा जटामांसी भी दिया जाता है।

  • 1. कॉफी : तेज काफी लेने से मदिरा और अफीम के विष का प्रभाव नष्ट हो जाता है।

    2. संतरा : नाश्ते से पहले नारंगी के सेवन से मदिरापान की इच्छा घटती है।

    3. सफेद पेठा : सफेद पेठे के रस में गुड़ को डालकर पिलाने से शराब का नशा उतर जाता है।

    4. सेब : सेब का रस बार-बार सेवन करने से अथवा अच्छी तरह पका हुआ 1-1 सेब रोज 3 बार खाते रहने से शराब पीने की आदत छूट जाती है। नशे के समय सेब खाने से शराब का नशा उतर जाता है। सेब का रस भी पिया जा सकता है। भोजन के साथ सेब खाने से भी शराब की आदत छूट जाती है।

    5. पर्णबीज : पर्णबीज के पत्तों का रस अधिक मात्रा में सेवन करने से नशा उतर जाता है।

2. होम्योपथी
होम्योपथी की दवा नियम के अनुसार ले  तो शराब की लत के शिकार लोग को राहत मिल सकती है। यह दवा एल्कोहल से शरीर को होने वाली बीमारियों को ठीक करती हैं, बल्कि मनोवैज्ञानिक नजरिये से भी फायदा पहुंचाती हैंलेकिन इन दवाइयों का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले।

3. मुद्रा, ध्यान और योगाभ्यास
शराब पीने वालों का आत्मविश्वास कमजोर होने लगता है। इसके साथ पूरे शरीर में शराब का जहर फैल जाता है। योग क्रियाओं के माध्यम से उनके शरीर के विकार को दूर किया जाता है। इन विकारों के दूर होने से एल्कोहोलिजम के शिकार लोगों को राहत मिल सकती है।

4. कुंजल क्रिया
 नमक मिले गुनगुने पानी भरपेट पीएं। बाद में इसकी उल्टी कर दें। इससे पेट के ऊपरी हिस्से का शुद्धीकरण हो जाता है।

5. काउंसलर, परिवार व दोस्तों की मदद लें
किसी भी लत से छुटकारा पाने के लिए काउंसलर, परिजन व दोस्तों की मदद लें क्योंकि उनके प्रोत्साहन से आपका हौसला बढ़ेगा। मनोबल बढ़ाने वाली किताबें पढ़ें, स्वास्थ्य केंद्र जाएं, काउंसलरों से मिलें। एल्कोहल निषेध कार्यक्रमों में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें। ये कार्यक्रम किसी संस्था, अस्पताल या व्यक्तिगततौर पर हो सकते हैं।

6. समाज और कानून की जिम्मेदारी
इस लत को छुड़वाने का काम घर से शुरू होना चाहिए, जिस दिन आपको पता चले कि कोई महिला या पुरुष शराब पी रहा है, उसी दिन से उसका विरोध करना शुरू कर दें। क्योंकि बाद में इसी लत की वजह से घरेलू हिंसा होने लगती है।

7. डॉक्‍टर की सलाह लें
अगर आपने शराब छोड़ने का फैसला ले ही लिया है तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से बात करें क्योंकि अचानक से शराब छोड़ना आपके लिए घातक हो सकता है। इस बात को हमेशा याद रखें कि डॉक्टर आपका एक अच्छा दोस्त है जो आपका अच्छी तरह से इलाज करेगा।

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