जिस व्यक्ति का अंडकोष बढ़ जाता है बोल चाल की भाषा में उसे हर्निया कहते है । अंडकोष के बढ़ जाने से बहुत ही तकलीफ होती है । यह रोग अनेक कारणों से होता है ।ज्यादतर यह रोग उन्ही लोगो को होता है जो लोग शरीर से मेहनत कम करते है आराम पसन्द होते है ।

ज्यादतर यह रोग सेठ लोगो को होता है ।इसमें आंतो में विस्तार की स्थिति उत्पन्न हो जाती है ।इसे अंडकोष बढ़ने लगते है । इसके बढ़ जाने से असहनीय पीड़ा होता है ।इसके लिए नीम का सेवन करे तो सारा कष्ट दूर हो जाता है ।


प्रयोग विधि :-

नीम की पत्ती 25 ग्राम एवं अमरबेल दोनों को गोमूत्र या बकरी के दूध में पीस कर मल्हम बनाले एवं अंडकोष पर लगाये ।एवं भोजन सादा एवं सुपाच्य ले । लाल मिर्च , तेल , खटाई आदि का सेवन न करे ।

इसके साथ ही कब्ज बनाने वाली भोज्य पदार्थो को न खाये क्योंकि कब्ज से वायु बनता है और इसे आतं को कष्ट होता है ।

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इस मल्हम के लेप से कुछ ही दिनों में हर्निया ठीक हो जाता है ।