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  • क्या होता है? जब नाभि पर 2 घंटे के लिए आँवले का चूर्ण अदरक के रस में मिलाकर बाँध दिया जाता है, अगर पेट से सम्बंधित कोई भी विकार हो उन सभी रोगों में रामबाण उपाय बताने जा रहे है। मरीज को सीधा (चित्त) सुलाकर उसकी नाभि के चारों ओर सूखे आँवले का आटा बनाकर उसमें अदरक का रस मिलाकर बाँध दें एवं उसे दो घण्टे चित्त ही सुलाकर रखें। दिन में दो बार यह प्रयोग करने से नाभि अपने स्थान पर आ जाती है तथा दस्त और सभी पेट के विकारों आदि उपद्रव शांत हो जाते हैं। www.allayurvedic.org
  • नाभि खिसक जाने पर व्यक्ति को मूँगदाल की खिचड़ी के सिवाय कुछ न दें। दिन में एक-दो बार अदरक का 2 से 5 मिलिलीटर रस पिलाने से लाभ होता है।