• शतावरी (Asparagus) यह एक प्रकार की झाडीनुमा लता होती है, जिसके फल पकने पर लाल रंग के होते हैं। आयुर्वेद में शतावरी को एक बहुत ही महत्वपूर्ण जडीबूटी कहा गया है तथा विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियों को बनाने में शतावरी का उपयोग बडे पैमाने पर किया जाता है। शतावरी में शरीर में पाए जाने वाले विभिन्न रोगों का इलाज करने की अत्याधिक क्षमता पाई जाती है। यह एक प्रकार की अत्यंत ही शीतल, मधुर तथा दिव्य रसायन है। शतावरी की जड़ हृदय संबंधी रोगों की चिकित्सा करने के लिए प्रभावशाली माना जाता है। www.allayurvedic.org
  • परंपरागत रूप से शतावरी को महिलाओं को शारीरिक स्वास्थ्य को बढाने की एक अत्यंत ही लाभदायक जडीबुटी भी माना गया है। विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियों को बनाने में शतावरी की जड का प्रयोग किया जाता है। शतावरी में एंटीऑक्सीडेंट तथा जीवाणुविरोधी होने के गुण पाए जाते हैं। यह हमारे शारीरिक प्रतिरक्षा प्रणाली को बढाने में बहुत ही सहायक है। स्त्रियों में पाए जाने वाली विभिन्न प्रकार की बीमारीयों का इलाज करने के लिए शतावरी एक अतिशय सर्वश्रेष्ठ औषधि साबित होती है।
  • आयुर्वेद में शतावरी का एक अपना ही महत्व है। आयुर्वेद ग्रंथों में इसे ठंडक देने वाला तथा गर्भाशय का ट़ॉनिक माना गया है। शतावरी एक उत्कृष्ट हर्बल दवा है, जिसके इस्तेमाल से काफी लाभ पहुँचता है। शतावरी की तासीर ठंडी होने के कारण इसके सेवन से शरीर की गर्मी को दूर होने में सहायता प्राप्त होती है। जानिए महिलाओं की तमाम समस्याओं में शतावरी किस तरह कारगार है।

➡ शतावरी के गुण (Benefits of Asparagus) :

  1. शीतलता पहुँचाए शतावरी – शतावरी शरीर को ठंडक पहुँचाता है। गर्मियों में इसके सेवन से अत्याधिक प्यास को शांत करने में मदद मिलती है। शतावरी का रस लेने से शरीर की गर्मी, अम्लता तथा पेट के अल्सर के इलाज में फायदा होता है। पेशाब में जलन अथवा पेशाब में होने वाले संक्रमण को दूर करने में भई शतावरी का उपयोग किया जाता है।
  2. महिलाओं के लिए है अत्यंत गुणकारी शतावरी – शतावरी का सेवन करना महिलाओं के लिए अत्यधिक लाभदायक होता है। शतावरी में एंटीऑक्सीडेंट सॅपोनिन्स पाए जाता है, जो विशेष रूप से गर्भावस्था (pregnancy) के दौरान गर्भाशय की मांसपेशियों को आराम पहुँचाता है तथा गर्भाशय के संकुचन को रोकता है। जिसकी वजह से गर्भपात को रोकने तथा समय से पूर्व होने वाले प्रसव को रोकने में मदद होती है। स्तनपान करानेवाली महिलाओं में स्तन दूध की मात्रा में वृध्दी करने में मदद करता है। महिलाओं में पाए जाने वाली खून की कमी को शतावरी खाने से खून की मात्रा बढने में लाभ होता है।
  3. बांझपन को दूर करे शतावरी – महिलाओं में गर्भाशय में होने वाले विभिन्न प्रकार के संक्रमण को दूर करने तथा गर्भाशय गुहा में होने वाली असामान्यताओं को सही प्रकार से संचलित करने में शतावरी एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। महिलाओं में बांझपन की चिकित्सा के लिए शतावरी का उपयोग किया जाता है।
  4. वजन कम करे शतावरी – महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान अतिरिक्त पानी की वजह से बढते हुए वजन को कम (weight loss) करने तथा उसे नियंत्रित बनाये रखने के लिए शतावरी के नियमित सेवन से काफी लाभ पहुँचता है। www.allayurvedic.org
  5. त्वचा की सुंदरता बढाये शतावरी – शतावरी में विटामिन ए अत्याधिक मात्रा में पाए जाता है। जिसकी वजह से त्वचा का स्वास्थ्य सौंदर्य बनाए रखने में शतावरी का नियमित इस्तेमाल फायदेमंद साबित होता है। शतावरी के सेवन से चेहरे पर आई हुई झुर्रियाँ भी कम होने लगती हैं।
  6. शतावरी का उपयोग निम्नलिखित बीमारियों के इलाज के लिए भी किया जाता है –
  • पेट संबंधित समस्याएँ : अपचन, कब्ज, पेट में ऐंठन आना, पेट के अल्सर।
  • विभिन्न प्रकार के दर्द को ठीक करने के लिए : ब्रोंकाइटिस (अस्थमा) क्षयरोग तथा मधुमेह जैसे रोगों को ठीक करने में शतावरी का उपयोग बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है।