1. दूध कितना पीया जाए और कब पीया जाए तो लाभ होगा और कब पीएं तो हानि होगी। इन बातों को लेकर संशय हर आम इंसान को होता है। अधिकतर लोग जो रात को दूध का सेवन करते हैं उनके मन में ये संशय होता है कि रात को दूध पीना फायदेमंद होता है या नुकसानदायक। अगर आपको भी ये संशय है तो हम आपको बताते हैं कि रात को दूध पीना आपको फायदा पहुंचाएगा और कब नुकसान। www.allayurvedic.org
  2. दूध अधिक देर तक गरम नहीं करना चाहिये। आधा किलो दूध अपने गुणों के अनुसार, एक पाव मांस व तीन अंडों से अधिक शक्तिवर्धक है। दूध अपने आप में सम्पूर्ण आहार है। वैसे तो सुबह लाभदायक होता है। इसका पाचन सूर्य की गरमी से होता है। अगर पीना जरूरी है, तो सोने से तीन घंटा पहले पियें। रात को ज्यादा गरम दूध पीने से स्वप्नदोष होता है।
  3. दूध में मिठास के लिए चीनी न डालें, मीठा दूध कफ कारक होता है। चीनी मिलाकर पीने से कैलशियम नष्ट होता है इसमें प्राकृतिक मिठास होती है। अगर मीठे की जरूरत हो, तो शहद, मुनक्का या मिस्री डालें। आयुर्वेद के मुताबिक भी नींद शरीर के कफ दोष से प्रभावित होती है। दूध अपने भारीपन, मिठास और ठंडे मिजाज के कारण कफ प्रवृत्ति को बढ़ाकर नींद लाने में सहायक होता है। मॉडर्न साइंस में माना जाता है कि दूध नींद लाने में मददगार होता है। इससे सेरोटोनिन हॉर्मोन भी निकलता है, जो दिमाग को शांत करने में मदद करता है।
  4. बहुत ठंडे या गर्म दूध की बजाय गुनगुना या कमरे के तापमान के बराबर दूध पीना बेहतर है। लेकिन आयुर्वेद के अनुसार रात को सोने से पहले सोते समय दूध पीने के मामले में जरूरी शर्त यह है कि शाम का भोजन किए तीन घंटे हो चुके हों ताकि अमाशय खाली हो चूका हो। तब ही सोते समय दूध पीने से लाभ होता है क्योंकि इसे पीने के बाद सो जाने से कोई पदार्थ पेट में नहीं जाता इसलिए दूध आसानी से पच जाता है और गुण करता है।
  5. शहद और दूध दोनों संपूर्ण आहार माने जाते हैं। वैसे तो दूध पीने व शहद खाने दोनों के ही कई लाभ होते हैं, लेकिन दूध और शहद दोनों को साथ लियाजाए तो इनके गुण दोगुने हो जाते हैं।शहद अपने एंटीबैक्टिरियल, एंटीआक्सीडेंट व एंटीफंगल गुणों के कारण सदियों से प्रयोग में लाया जाता रहा है।
  6. शहद में प्रोटीन, एलब्यूमिन, वसा, एन्जाइम अमीनो एसिड, कार्बोहाइड्रेट्स, पराग, केसर, आयोडीन और लोहा, तांबा, मैंगनीज, पोटेशियम, सोडियम ,फॉस्फोरस, कैल्शियम, क्लोरीन पाए जाते हैं। साथ ही, इसमें बहुमूल्य विटामिन – राइबोफ्लेविन, विटामिन ए, बी-1, बी-2, बी-3, बी-5, बी-6 बी-12 तथा विटामिन सी, विटामिन एच और विटामिन k भी पाए जाते हैं। यह श्वसन संबंधी परेशानियों में भी फायदेमंद होता है। वहीं दूध में ए,बी,सी, डी, कैल्शियम, प्रोटीन व लैक्टिक एसिड आदि भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इन दोनों को साथ में लेने पर कई अनोखे स्वास्थ्य लाभ होते हैं। www.allayurvedic.org
  7. रोजाना एक गिलास दूध में दो चम्मच शहद मिलाकर लेने से डाइजेस्टीव सिस्टम में सुधार होता है। कब्ज की समस्या से छुटकारा मिलता है। इसे रोजाना लेने से पेट व आंत से जुड़ी समस्याएं नहीं होती हैं।
  8. दूध और शहद लेने न केवल स्किन ग्लो करने लगती है बल्कि शरीर को भी आराम मिलता है। प्राचीन समय से ही ग्रीक, रोमन, इजिप्ट, भारत आदि देशों में जवान दिखने के लिए एक एंटीएजिंग प्रापर्टी के रूप में दूध व शहद का सेवन किया जाता रहा है।शहद व दूध दोनों ही सुक्ष्मजीवी को खत्म करते हैं। दूध व शहद साथ लेने से रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है व स्किन ग्लो करने लगती है। दूध व शहद को बराबर मात्रा में मिला लें उतनी ही मात्रा में पानी मिलाकर नहाने से पहले शरीर पर लगाएं स्किन निखर जाएगी।