• आज वर्तमान युग में काफी लोग किसी न किसी नशे का शिकार है शराब, गुटका, पान, तम्बाखू, सिगरेट आदि का सेवन करते है ये सभी वस्तुए आपके चमकीले दांतों की चमक (Teeth shine) के साथ साथ आपको रोग से भी प्रभावित कर रहा है आपके दांतों (Teeth) की जड़ को कमजोर कर देता है आपका ये सेवन-जो लोग दिन में दो बार ब्रश और उचित साफ़ सफाई आदि करते है उनके दांत तो स्वस्थ है लेकिन जो लोग गुटके -पान शराब का सेवन अधिक मात्रा में करते है उनके दांतों पे पीला-पन (pallor) आ जाता है कई बार टेट्रासाइक्लिन (Tetracycline) नामक दवा के कारण भी दांतों पर पीले धब्बे पड़ जाते हैं जानकारी के अभाव में दांतों को साफ करने के लिए लोग कई तरह के केमिकल्स का इस्तेमाल करते हैं इसका भी दांतों पर बुरा प्रभाव पड़ता है तथा उम्र के साथ कई बार दांतों पर इनेमल की परत जमती चली जाती है जिसके कारण दांत पीले हो जाते हैं यदि आप दांतों (teeth) के पीलेपन से परेशान है तो ये कुछ प्रयोग करके आप अपने दांतों को पीलेपन से निजात दिला सकते है। www.allayurvedic.org
  • वैसे आज कल डेंटल चिकित्सा ने काफी तरक्की कर ली है डेंटल ब्लीचिंग( Dental Bleaching) से दांतों का पीलापन-पीले-लाल धब्बे, गुटखा, तंबाकू आदि के दाग आसानी से खत्म किए जा सकते हैं-डेंटल ब्लीचिंग कई तरह की होती है।
  • डेंटल ब्लीचिंग का कोई साइड इफेक्ट (side effect) नहीं होता और न ही दांतों पर इसका कोई प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है लेकिन डेंटल ब्लीचिंग के बाद कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत होती है- ब्लीचिंग के तुरंत बाद दांतों पर डेंटिस्ट द्वारा दी गई क्रीम (Cream ) का प्रयोग करना चाहिए- इसे दांतों में कनकनाहट नहीं होती- ब्लीचिंग की प्रक्रिया के बाद कई बार दांतों में सेंसिविटी (Sensiviti) बढ़ जाती है- लेकिन ये अस्थाई होती है- इसलिए ब्लीचिंग के बाद कुछ दिनों तक डॉक्टर के अनुसार ही खान-पान का ही पालन करना चाहिए।