★ कद्दू के बीज के ये 10 बहतरीन चमत्कारिक फायदे जानकर आप दंग रह जायेंगे ★

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कद्दू को तो सभी जानते हैं। यह भारत भर में उगाया जाता है। यह एक पौष्टिक सब्जी है। पके कद्दू के अन्दर बहुत से बीज पाए जाते हैं। ये बीज ज्यादातर तो फेंक ही दिए जाते हैं। पर क्या आपको पता है, ये बीज अत्यंत ही पौष्टिक होते है। यह छोटे-छोटे बीज मिनरल्स से भरे हुए होते है। कद्दू के बीज उच्च रक्तचाप को कम करते है। यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर हैं। इनका सेवन खनिजों की कमी को दूर करता है।

इसमें जिंक, सेलेनियम और मैग्नीशियम होने के कारण यह पुरुषो के लिए विशेष रूप से लाभप्रद है। यह प्रोस्ट्रेट के रोगों prostate disorders में लाभ करता है। यह टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाता है। १० ग्राम बीजों का सेवन प्रोस्ट्रेट Enlarged prostate और यौन समस्याओं, जैसे की इम्पोटेंसी, erectile dysfunction, sperms related disorders का एक प्राकृतिक उपचार है। www.allayurvedic.org

➡ कद्दू के बीज खाने के लाभ : 

कद्दू के बीज में अच्छी मात्रा में जिंक / जस्ता पाया जाता है। एक चौथाई कप कद्दू के बीज का सेवन दैनिक ज़रूरत का करीब 17 प्रतिशत जिंक देता है। जिंक एक आवश्यक खनिज है। यह सेलुलर चयापचय, इम्युनिटी के लिए, प्रोटीन संश्लेषण, घाव भरने, में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह करीब 100 एंजाइमों का उत्प्रेरक है तथा बचपन, किशोरावस्था और गर्भावस्था, के दौरान सामान्य वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक है। जिंक की कमी से कम बढ़वार, भूख न लगना, इम्युनिटी की कमी, स्वाद का ठीक से न पता लग पाना, घावों का ज़ल्दी न भरना, आदि। क्योंकि जिंक डीएनए संश्लेषण और कोशिका विभाजन के लिए ज़रूरी है इसलिए प्रजनन स्वास्थ्य के लिए भी ज़रूरी है। 

कद्दू के बीजों का सेवन पुरुषों के लिए विशेष लाभकारी है। कद्दू के बीज में क्योंकि ज्यादा जिंक है इसलिए यह जिंक की कमी के कारण होने वाले रोगों को दूर करता है। पुरुषों में जिंक कमी से लिंग की शिथिलता, शीघ्रपतन, नपुंसकता, इम्पोइम्पोटेंसी,अल्पजननग्रंथिता hypogonadism हो जाती है। जिंक की कमी से मेल सेक्सुअल हॉर्मोन टेस्टोस्टेरोन testosterone कम बनता है जिससे erectile dysfunction हो सकता है ।

कद्दू के बीज का सेवन सेक्स यौन शक्ति तथा प्रदर्शन में सुधार करता है। यह फर्टिलिटी, पोटेंसी, और सेक्स ड्राइव को बढ़ाता है। 

कद्दू के बीज में मैगनिशियम magnesium काफी मात्रा में होता है। एक चौथाई कप कद्दू के बीज का सेवन दैनिक ज़रूरत का करीब 50 प्रतिशत मैग्नेशियम देता है। मैग्नीशियम शरीर में होने वाली विविध जैव रासायनिक प्रतिक्रियाओं, प्रोटीन संश्लेषण, मांसपेशियों और तंत्रिका के कामकाज, रक्त शर्करा नियंत्रण, और रक्तचाप विनियमन के लिये ज़रूरी है। यह डीएनए, आरएनए DNA, RNA और एंटीऑक्सीडेंट के संश्लेषण के लिए आवश्यक है। यह मांसपेशियों में संकुचन के लिए तथा हृदय के सही रूप से काम करने के लिए भी ज़रूरी है। मैग्नेशियम magnesium की कमी से भूख न लगना, मतली, उल्टी, थकान, कमजोरी, झुनझुनी, मांसपेशियों में संकुचन और ऐंठन, दौरे, व्यक्तित्व परिवर्तन, असामान्य हृदय लय, उच्च रक्तचाप, तथा माइग्रेन हो सकता है।

  1. मैग्नेशियम की कमी से पुरुषों में शीघ्रपतन की समस्या भी देखी गयी है। यदि आप कद्दू के बीज खाते हैं जो आप मैग्नेशियम की कमी तथा कमी के कारण होने वाले रोगों को दूर कर सकते हैं।
  2. इन बीजों में मिनरल्स जैसे की मैग्नेशियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, जिंक, फाइबर और सेलेनियम selenium, मैंगनीज़, आयरन, पाए जाते है। सेलेनियम एंटीऑक्सीडेंट है जो शरीर को फ्री सेल डैमेज से बचाता है। सेलेनियम की कमी से पुरुषों तह महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या हो जाती है। सेलेनियम पुरषों को प्रोस्ट्रेट कैंसर से भी बचाता है।
  3. यह प्रोस्ट्रेट के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा सप्लीमेंट है। कद्दू के बीज प्रोस्ट्रेट के बढ़ जाने BPH enlarged prostrate को ठीक करता है।
  4. कद्दू के बीज का सेवन आँतों में पाए जाने वाले परजीवियों जैसे की टेपवर्म को दूर करता है। www.allayurvedic.org
  5. यह ओमेगा 3 फैट, अल्फा लिनोलेनिक एसिड का उत्तम स्रोत है।
  6. यह विटामिन A, B1, B2, B3, का अच्छा स्रोत है।
  7. यह प्रोटीन, मोनोसैचुरेटेड फैट्स, फाईटोस्टेरोल विशेषतः बीटा-सीटोस्टेरोल से भरपूर है।
  8. इसमें मौजूद घटक delta-7-sterols and selenium शरीर की सूजन को दूर करते हैं।
  9. एक तिहाई कद्दू के बीजों का सेवन करीब 90 कैलोरी, 4 ग्राम फैट, 4 ग्राम प्रोटीन, और करीब 11 ग्राम कार्बोहायड्रेट देगा।
  10. कद्दू के बीज, तासीर में गर्म होते है तथा पित्त और कफ को कम करते हैं। ज्यादा मात्रा में खाने पर यह वात को बढ़ाते है। यह प्रोटीन में समृद्ध होते हैं। इसमें ज़रूरी विटामिन, मिनरल सभी पाए जाते है, तो खाइए इन बीजों को और बढाइए अपने स्वास्थ्य को।                         www.allayurvedic.org